पानी के लिए पार्षद ने उतारे कपड़े.
इंदौर के वार्ड 65 के पार्षद महेश कालरा ने पानी की गंभीर समस्या को लेकर अनशन शुरू किया है। दो दिन से पानी की आपूर्ति न होने के कारण शहर में हाहाकार मचा हुआ है। वार्ड 65 समेत अन्य क्षेत्रों में पानी की टंकियां पूरी तरह से नहीं भर पा रही हैं, जिससे नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
वार्ड 65 के पार्षद कमलेश कालरा ने निगम कर्मचारियों पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया है कि विधानसभा क्षेत्र 4 के जोन 12 हरसिद्धि जोन में एनआरवाय विभाग द्वारा बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की जा रही है। उन्होंने कहा कि निगम कर्मचारी सरकारी योजनाओं के कार्ड बनाते समय न केवल स्थानीय रहवासियों को, बल्कि दूसरे शहरों के लोगों को भी शामिल कर रहे हैं।
यह गड़बड़ी तब सामने आई जब एक अधिकारी वार्ड पार्षद के पास फॉर्म पर हस्ताक्षर करवाने आया। हस्ताक्षर करते समय पार्षद कमलेश कालरा के हाथ में कुछ ऐसे फॉर्म आए जो अन्य शहरों और मोहल्लों के थे, विशेष रूप से मंदसौर के, जो कि जोन 12 हरसिद्धि के अंतर्गत नहीं आते हैं। इससे यह स्पष्ट हुआ कि इन योजनाओं का लाभ उन लोगों को भी दिया जा रहा है जो नगर निगम की सीमा और जोन के अंतर्गत नहीं आते।
पार्षद ने बताया कि यह पहली बार नहीं है जब ऐसी गड़बड़ी सामने आई हो। पूर्व में भी उन्होंने अन्य राज्यों और शहरों के लोगों के बनाए गए योजनाओं के कार्ड पकड़े थे। उनका कहना है कि अधिकारी फॉर्म भरते समय आवेदकों का शहर नहीं पूछते हैं, जिससे ऐसे फॉर्म आसानी से स्वीकृत हो जाते हैं। इस प्रकार की लापरवाही से वास्तविक लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता और अनाधिकृत लोग इसका फायदा उठाते हैं।
कमलेश कालरा ने इस मामले की गहन जांच की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी गड़बड़ी दोबारा न हो। उन्होंने निगम कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि इसी प्रकार की लापरवाही जारी रही तो वह उच्च अधिकारियों से शिकायत करेंगे और आवश्यक कार्रवाई करवाएंगे। पार्षद का यह कदम नागरिकों के हितों की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, जिससे योजनाओं का सही और न्यायपूर्ण वितरण सुनिश्चित हो सके।