टॉप-न्यूज़

पश्चिम बंगाल में आसमानी बिजली से 13 की मौत

राज्य में बारिश का रेड अलर्ट जारी

West Bengal News: पश्चिम बंगाल के बांकुरा और पूर्व बर्धमान जिलों में गुरुवार को आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं में 13 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। यह हादसे तब हुए जब तेज़ बारिश और तूफ़ान के साथ बिजली कड़क रही थी।

बांकुरा जिले के पुलिस अधीक्षक वैभव तिवारी ने बताया कि, जिले के विभिन्न हिस्सों में बिजली गिरने से आठ लोगों की मौत हुई है। इनमें से चार मौतें ओंदा थाना क्षेत्र में हुईं, जबकि कोतुलपुर, जयपुर, पत्रसायर और इंदस थाना क्षेत्रों में एक-एक व्यक्ति की जान गई। ओंदा के जिन लोगों की मौत हुई उनमें नारायण सर (48), जबा बाउरी (38) और तिलोका माल (49) शामिल हैं, ये सभी धान के खेतों में काम कर रहे थे। वहीँ, चौथे व्यक्ति की पहचान अब तक नहीं हो सकी है अन्य मृतकों में कोतुलपुर के जियाउल हक मोल्ला (50), पत्रसायर के जीवन घोष (20), इंदस के इस्माइल मंडल (60) और जयपुर के उत्तम भुइयां (38) शामिल हैं।

West Bengal News
West Bengal News

पूर्व बर्धमान में 5 लोगों की मौत

पूर्व बर्धमान जिले में पांच लोगों की मौत हुई और चार अन्य घायल हो गए। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी के अनुसार, दो लोग मध्यबधी थाना क्षेत्र में मारे गए, जिनकी पहचान सनातन पात्र (60) और परिमल दास (32) के रूप में हुई है। इसके अलावा, औसग्राम, रैना और मंगलकोट थाना क्षेत्रों में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। मृतकों में रैना के अभिजीत संत्रा (25), औसग्राम के रबिन टुडू (25) और मंगलकोट के बुरो मड्डी (64) शामिल हैं।

West Bengal News
West Bengal News

फ़िलहाल घायलों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और उनका इलाज चल रहा है. राज्य प्रशासन की ओर से मृतकों के परिजनों को मुआवज़ा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। लगातार बारिश और खराब मौसम को देखते हुए स्थानीय लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है।

MORE NEWS>>>झालावाड़ स्कूल हादसे में 5 बच्चों की मौत

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close
मेना फोन पर ट्रंप का निमंत्रण को ठुकरा दिया राजा, राज सोनम और वो के बीच उलझी हत्याकांड की कहानी BJP नेता के CNG पंप पर पैसों को लेकर विवाद बढ़ा। ईरान से भारतीयों को रेस्क्यू करने के ऑपरेशन को सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंधु’ नाम दिया है।