राजस्थान के बाड़मेर में मिग-29 लड़ाकू विमान के क्रैश होने की खबर सामने आई है, जिससे भारतीय वायुसेना के लिए एक गंभीर चिंता का विषय उत्पन्न हो गया है। यह हादसा सोमवार रात करीब 10 बजे हुआ, जब विमान उत्तरलाई एयरबेस के पास एक सुनसान इलाके में क्रैश हो गया। सौभाग्य से, पायलट ने समय रहते विमान से इजेक्ट कर अपनी जान बचा ली, जिससे इस हादसे में कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। विमान के क्रैश होते ही जोरदार धमाके के साथ आग लग गई, जिसकी सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे।
बाड़मेर की इस घटना ने मिग-29 लड़ाकू विमानों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। पिछले कुछ वर्षों में मिग-29 विमानों के क्रैश होने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जो भारतीय वायुसेना के लिए गंभीर चिंता का विषय बनी हुई हैं। फरवरी 2020 में पुणे, महाराष्ट्र में भी एक मिग-29 विमान तकनीकी खराबी के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। उस हादसे में पायलट ने सफलतापूर्वक आपातकालीन लैंडिंग की थी और सुरक्षित बच निकले थे।
इससे पहले, सितंबर 2019 में जबलपुर, मध्य प्रदेश में मिग-29 की ट्रेनिंग उड़ान के दौरान दुर्घटना हुई थी, जिसमें पायलट ने इजेक्शन सिस्टम का सही समय पर उपयोग कर अपनी जान बचाई थी। नवंबर 2018 में जोधपुर, राजस्थान में भी मिग-29 विमान की नियमित उड़ान के दौरान तकनीकी समस्या उत्पन्न हुई थी, जिससे विमान क्रैश हो गया था। इस घटना में भी पायलट सुरक्षित बच निकला था।
हालांकि, जून 2016 में उत्तराखंड में एक मिग-29 विमान प्रशिक्षण मिशन के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें पायलट की दुखद मौत हो गई थी। इन घटनाओं के चलते वायुसेना ने मिग-29 विमानों की सुरक्षा और तकनीकी खामियों की गहन समीक्षा शुरू कर दी है। बाड़मेर की यह हालिया घटना वायुसेना के लिए एक और चेतावनी है कि मिग-29 विमानों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।