इंदौर कलेक्टर कार्यालय में हर मंगलवार को होने वाली जनसुनवाई में आज बड़ी संख्या में किसान अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे। इंदौर और इसके आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से आए इन किसानों ने प्रशासनिक अधिकारियों के सामने अपनी विभिन्न मांगों को रखा। इस दौरान कुछ किसान अपनी फसलें, विशेष रूप से सोयाबीन, हाथ में लेकर पहुंचे, जिससे उनकी समस्याओं की गंभीरता को दर्शाया जा सके।
किसानों ने प्रशासन को सौंपे गए ज्ञापन में सोयाबीन की मौजूदा कीमतों पर चिंता जताई। उन्होंने बताया कि वर्तमान में सोयाबीन तीन से चार हजार रुपये प्रति क्विंटल बिक रही है, जो उनकी लागत को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है। किसानों की मांग है कि सोयाबीन की कीमत को सात हजार रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ाया जाए, ताकि वे अपनी लागत निकाल सकें और खेती को आर्थिक रूप से स्थिर बना सकें।
इसके अलावा, जनसुनवाई में पहुंचे किसानों ने जमीनों के अधिग्रहण से जुड़ी समस्याओं को भी उठाया। विशेष रूप से एमआर 3 रोड को लेकर उन्होंने शिकायत की कि इस सड़क का निर्माण कार्य मंजूर होने के बावजूद अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। इस अधूरी परियोजना के कारण किसानों को कई प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, जिनमें उनकी जमीनों का अधिग्रहण और उपयोग में बाधाएं प्रमुख हैं।
किसानों ने इन मुद्दों को लेकर इंदौर कलेक्टर कार्यालय में एडीएम गौरव बैनल से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा। उन्होंने अधिकारियों से त्वरित कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि इन समस्याओं का शीघ्र समाधान किया जाए, ताकि वे अपनी खेती और जीवन यापन को सुचारू रूप से चला सकें।
किसानों की इस जनसुनवाई में भागीदारी ने प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया है, और अब देखना होगा कि उनकी समस्याओं के समाधान के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं। उनकी मांगें न केवल उनकी आजीविका से जुड़ी हैं, बल्कि क्षेत्र के कृषि अर्थव्यवस्था पर भी व्यापक प्रभाव डाल सकती हैं।