प्रदेश महासचिव महिला कांग्रेस रीना बोरासी सेतिया ने इंदौर में कलेक्टर कार्यालय के समक्ष किसानों पर हो रहे अत्याचारों और बढ़ती महंगाई के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया और ज्ञापन सौंपा। इस प्रदर्शन के दौरान, उन्होंने प्रदेश में किसानों की बदहाल स्थिति और आम जनता पर महंगाई के बढ़ते बोझ को लेकर सरकार की कड़ी आलोचना की।
रीना बोरासी ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि हाल ही में हुई भारी वर्षा के कारण सोयाबीन और धान की फसलों को गंभीर नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 50 प्रतिशत किसानों की सोयाबीन फसल में फल नहीं लगा, जिससे उनकी आजीविका पर संकट आ गया है। बोरासी ने यह भी बताया कि पहले से ही किसान आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं, क्योंकि उन्हें पूर्व में भावांतर योजना के तहत मिलने वाली राशि भी नहीं मिल पाई है।
उन्होंने शासन द्वारा सोयाबीन का समर्थन मूल्य 4,892 रुपये प्रति क्विंटल तय किए जाने पर भी सवाल उठाया। बोरासी का कहना था कि यह समर्थन मूल्य किसानों की लागत और उत्पादन की तुलना में बहुत कम है। उन्होंने मांग की कि सोयाबीन का समर्थन मूल्य बढ़ाकर 6,000 से 7,000 रुपये प्रति क्विंटल किया जाए, ताकि किसान अपनी लागत निकाल सकें और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके।
महंगाई पर बोलते हुए रीना बोरासी ने कहा कि पेट्रोल की कीमत 60 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 106 रुपये प्रति लीटर हो गई है, और मोबाइल रिचार्ज की दरें भी 150 रुपये से बढ़कर 300 रुपये हो गई हैं। उन्होंने प्रदेश में बिजली की दरों में बेतहाशा वृद्धि, खस्ताहाल सड़कों, बिगड़ती कानून व्यवस्था, महिलाओं और बालिकाओं पर हो रहे दुराचार, और अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव जैसे मुद्दों को भी उठाया।
बोरासी ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है, और सरकार आम जनता की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है। इस प्रदर्शन के जरिए महिला कांग्रेस ने सरकार से किसानों और आम जनता के हित में तत्काल कदम उठाने की मांग की है।