एक हज़ार सीढ़ियाँ उतरकर खाई में गए थे इंदौर के दंपती, पांचवे दिन भी सुराग नहीं

इंदौर/शिलॉन्ग – शादी के बाद हनीमून मनाने शिलॉन्ग गए इंदौर के नवविवाहित दंपती राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम का पांचवे दिन भी कोई सुराग नहीं मिला है। बुधवार को बारिश थमने के बाद पुलिस ने खोज अभियान दोबारा शुरू किया। शिलॉन्ग के एसपी के नेतृत्व में विशेष टीमें उनकी तलाश में जुटी हैं।
जानकारी के अनुसार, दोनों एक खाई वाले इलाके में गए थे, जहां तक पहुँचने के लिए करीब एक हजार सीढ़ियाँ उतरनी पड़ती हैं। यह क्षेत्र स्थानीय आदिवासियों का इलाका है। घटनास्थल से अब तक मिले सुराग किसी दुर्घटना की बजाय आपराधिक वारदात की ओर इशारा कर रहे हैं।
सांसद ने डीजीपी से की मुलाकात
इंदौर के सांसद शंकर लालवानी ने बुधवार को मेघालय की डीजीपी इदाशिशा नोंगरांग से मुलाकात कर मामले को गंभीरता से लेने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ की टीम भी दंपती की तलाश कर रही है। लालवानी ने कहा कि घटनास्थल पर दंपती का किराए का स्कूटर, बैग और नाश्ता करने के स्थान अलग-अलग स्थानों पर मिले हैं, जो संदेह को और गहरा कर रहे हैं।
परिवार ने रखा 5 लाख का इनाम
परिजनों ने दंपती का सुराग देने वाले को पाँच लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की है। पुलिस को एक स्थानीय दुकानदार ने बताया कि दंपती ने खाई के पास एक दुकान से काफी और केला लिया था, फिर कुछ देर रुकने के बाद आगे बढ़ गए थे।
आदिवासी परिवारों और गाइड से पूछताछ
पुलिस द्वारा घटनास्थल के आसपास रहने वाले आदिवासी परिवारों से पूछताछ की जा रही है, लेकिन अभी तक कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आई है। राजा रघुवंशी ने एक स्थानीय गाइड की मदद भी ली थी, जिसने उन्हें कुछ पर्यटन स्थलों की जानकारी दी थी लेकिन उनके साथ नहीं गया था। पुलिस गाइड से भी पूछताछ कर रही है।
मामला मुख्यमंत्री तक पहुँचा
इंदौर निवासी और ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम के लापता होने का मामला अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव तक पहुँच चुका है। मुख्यमंत्री ने मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा से फोन पर बात कर मामले की जानकारी ली और चिंता व्यक्त की।