मेट्रो में उत्सवी माहौल: मुफ्त सफर का आनंद लेने उमड़े हजारों यात्री

रविवार को शहर की मेट्रो सेवा में एक अलग ही उत्सव का माहौल देखने को मिला। हजारों लोग मुफ्त सफर का आनंद लेने के लिए विभिन्न हिस्सों से गांधी नगर टर्मिनल पहुंचे। सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक स्टेशनों पर भारी भीड़ देखने को मिली। मेट्रो के स्टॉपेज नियमित रूप से चलते रहे और यात्रियों को कोई असुविधा न हो, इसका विशेष ध्यान रखा गया।
15,000 से अधिक यात्रियों ने किया सफर
मेट्रो संचालन के पहले सप्ताह में यात्रियों को बिना किसी शुल्क के सफर करने का मौका दिया गया। अनुमान के अनुसार रविवार को करीब 15,000 से ज्यादा लोगों ने मेट्रो की मुफ्त यात्रा का लाभ उठाया। सभी प्रमुख स्टेशनों पर रौनक थी, खासकर गांधी नगर टर्मिनल पर जहां लोगों की भारी भीड़ उमड़ी।
शहरवासी अपने परिवारों, बच्चों और दोस्तों के साथ मेट्रो का आनंद लेने पहुंचे। स्टेशन परिसर में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए थे और पूरे दिन मेट्रो सेवाएं सुचारू रूप से संचालित होती रहीं।
सेवा समय और संचालन व्यवस्था
मेट्रो का संचालन गांधी नगर से स्टेशन नंबर 3 तक किया जा रहा है। वर्तमान में सेवा दोनों दिशाओं में सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक जारी रहती है। हर 30 मिनट में एक मेट्रो कोच सेट चलाया जा रहा है। यात्रियों की संख्या को ध्यान में रखते हुए समय में आवश्यक बदलाव किए जा सकते हैं।
दूसरे सप्ताह से टिकट प्रणाली शुरू
पहले सप्ताह में कोई टिकट प्रणाली लागू नहीं की गई थी, जिससे यात्री नि:शुल्क यात्रा कर सके। लेकिन दूसरे सप्ताह से डिस्काउंट रेट पर टिकट मिलेंगे। टिकट की व्यवस्था फिलहाल मैन्युअल रूप से की जाएगी और यात्रियों को तय शुल्क के अनुसार टिकट लेना होगा।
किराया और ज़ोन व्यवस्था
मेट्रो का किराया 5 ज़ोन में विभाजित किया गया है जिसमें कुल 28 स्टेशन शामिल हैं। न्यूनतम किराया 20 रुपये और अधिकतम 80 रुपये रखा गया है। प्राथमिक कॉरिडोर के लिए किराया 20 से 30 रुपये के बीच होगा। यह किराया यात्रा की दूरी और स्टेशन की संख्या पर आधारित होगा।
कठोर नियम और जुर्माने का प्रावधान
मेट्रो प्रशासन ने शालीनता और व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़े नियम लागू किए हैं:
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मेट्रो के फर्श पर बैठने, गुटखा खाने, या शराब के नशे में यात्रा करने पर 200 रुपये का जुर्माना।
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महिलाओं के कोच में पुरुष यात्रियों के प्रवेश पर तीन महीने की जेल और 250 रुपये का जुर्माना।
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कोच में स्टिकर चिपकाने या सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुँचाने पर भी जुर्माना।
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यात्रियों की सुरक्षा और व्यवस्था को बनाए रखने के लिए सीसीटीवी निगरानी की जा रही है।
मेट्रो प्रबंधन ने यात्रियों से अपील की है कि वे नियमों का पालन करें और सार्वजनिक सुविधा का सम्मान करें।
निष्कर्ष
मेट्रो सेवा की शुरुआत ने शहरवासियों को उत्साह और गर्व से भर दिया है। मुफ्त यात्रा के अवसर ने लोगों को न केवल सुविधा दी, बल्कि एक नया अनुभव भी प्रदान किया। अगर व्यवस्थाएं इसी तरह बनी रहीं और जनता सहयोग करती रही, तो मेट्रो निश्चित रूप से शहर की जीवनरेखा बन जाएगी।