RCB की बिक्री की तैयारी: कीमत 17,000 करोड़ रुपये तक हो सकती है

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की लोकप्रिय टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) एक बार फिर सुर्खियों में है। हाल ही में पुरुष टीम ने 17 साल के लंबे इंतजार के बाद IPL का खिताब जीता, जिससे ना केवल खिलाड़ियों और फैंस की खुशी का ठिकाना नहीं रहा, बल्कि टीम के मौजूदा मालिकों को भी यह अवसर बड़े मुनाफे के रूप में नजर आ रहा है। अब खबरें सामने आ रही हैं कि RCB के मालिक अपनी हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रहे हैं और इस डील की अनुमानित कीमत करीब 17,000 करोड़ रुपये लगाई जा रही है।
कौन है मौजूदा मालिक?
RCB की फ्रैंचाइज़ी वर्तमान में ब्रिटिश मल्टीनेशनल कंपनी Diageo Plc के स्वामित्व में है। भारत में Diageo, United Spirits Limited (USL) के जरिए टीम का संचालन करती है। Diageo ने साल 2012 में विजय माल्या की कंपनी से United Spirits को खरीदा था, और इसी के साथ RCB फ्रैंचाइज़ी का स्वामित्व भी उनके पास आ गया था।
क्यों बेचना चाहती है Diageo अपनी हिस्सेदारी?
Bloomberg की एक रिपोर्ट के अनुसार, Diageo अपने अमेरिका स्थित मुख्य बिजनेस को मजबूत करने के लिए RCB की हिस्सेदारी बेचने पर विचार कर रही है। कंपनी ने इस संबंध में अपने सलाहकारों से बातचीत शुरू कर दी है। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि वे पूरी फ्रैंचाइज़ी बेचेंगे या फिर कुछ हिस्सा ही बाजार में उतारेंगे।
फिलहाल यह बातचीत गोपनीय स्तर पर की जा रही है और किसी अन्य कंपनी से डील को लेकर कोई औपचारिक बातचीत नहीं हुई है। लेकिन जैसे ही यह खबर सामने आई, United Spirits Limited के शेयरों में लगभग 3.3% की बढ़त दर्ज की गई।
कब और कितनी में खरीदी गई थी RCB?
RCB की शुरुआत IPL 2008 में हुई थी। विजय माल्या ने 476 करोड़ रुपये में यह फ्रैंचाइज़ी खरीदी थी। इसके बाद यह United Spirits और फिर Diageo के हाथों में चली गई। इतने सालों में टीम ने कई उतार-चढ़ाव देखे, लेकिन उसका ब्रांड वैल्यू हमेशा मजबूत रहा।
ब्रांड वैल्यू और फैन फॉलोइंग
RCB की ब्रांड वैल्यू का सबसे बड़ा कारण इसका मजबूत फैनबेस और बड़े नामों की मौजूदगी है। टीम में विराट कोहली, एबी डिविलियर्स, क्रिस गेल, फाफ डु प्लेसिस जैसे बड़े सितारे रह चुके हैं। विराट कोहली की वजह से टीम की फैन फॉलोइंग देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर में जबरदस्त है।
महिला IPL की शुरुआत के साथ ही RCB ने महिला टीम भी बनाई, जो पहले ही सीजन में WPL का खिताब जीत चुकी है। इस वजह से भी RCB का मार्केट वैल्यू और ब्रांड अपील काफी बढ़ चुकी है।
अन्य फ्रैंचाइज़ी की वैल्यू की तुलना
अगर अन्य IPL टीमों की बात करें तो RPSG ग्रुप ने लखनऊ सुपरजायंट्स के लिए लगभग 7,090 करोड़ रुपये, और CVC कैपिटल ने गुजरात टाइटंस के लिए 5,625 करोड़ रुपये चुकाए थे। इस तुलना में RCB के लिए 17,000 करोड़ रुपये की वैल्यू आश्चर्यजनक नहीं लगती, खासकर जब वह सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाली टीमों में से एक रही है।
आगे क्या हो सकता है?
हालांकि अभी कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है, लेकिन अगर यह डील होती है तो यह IPL इतिहास की सबसे बड़ी फ्रैंचाइज़ी डील बन सकती है। RCB की बिक्री भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक बड़ा कॉरपोरेट मूव होगा और इससे फ्रैंचाइज़ी मॉडल को लेकर निवेशकों में और अधिक रुचि पैदा होगी।
RCB के फैंस इस खबर को मिलेजुले भाव से देख रहे हैं। जहां एक तरफ टीम के भविष्य को लेकर उत्सुकता है, वहीं दूसरी ओर लंबे समय से जुड़े मालिकों से बिछड़ने का भी भाव है। लेकिन एक बात तय है—RCB अब सिर्फ एक टीम नहीं, बल्कि एक ब्रांड बन चुकी है, और यही इसकी सबसे बड़ी ताकत है।