राजा रघुवंशी हत्याकांड: सोनम और राज की पुलिस रिमांड बढ़ी, साजिश में ‘अलका’ पर भी संदेह

इंदौर के नामी ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या का मामला दिन-ब-दिन गंभीर होता जा रहा है। इस सनसनीखेज हत्याकांड में नया मोड़ तब आया जब कोर्ट ने मुख्य आरोपियों सोनम रघुवंशी (पत्नी) और राज कुशवाहा को दो दिन की और पुलिस रिमांड पर भेज दिया, जबकि तीन अन्य आरोपियों – नवशील चौहान, आनंद कुमर और आकाश राजपूत – को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
हत्या की फिर से की गई रीकंस्ट्रक्शन
शुक्रवार को पुलिस ने पांचों आरोपियों को राष्ट्रीय अस्पताल में मेडिकल जांच के बाद कोर्ट में पेश किया। रिमांड अवधि के दौरान नशलपुड़ा पुलिस ने घटनास्थल पर वारदात का रीकंस्ट्रक्शन करवाया। पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने जानकारी दी कि हत्या में इस्तेमाल हथियार को जब्त कर लिया गया है और उस पर लगे खून के धब्बों की फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस की कोशिश है कि 90 दिन से पहले चार्जशीट दाखिल कर दी जाए।
इंदौर में चल रही गहन जांच
इंदौर में एक विशेष पुलिस टीम लगातार तहकीकात कर रही है। सोनम और राजा से जुड़े कई परिचितों से पूछताछ की गई। पुलिस ने दफ्तर, गोदाम और अन्य ठिकानों की तलाशी ली है। राज कुशवाहा के घर नंदबाग में भी छापेमारी हुई, जहां सोनम पांच दिन तक रुकी थी। जांच में कुछ अहम दस्तावेज और सबूत बरामद किए गए हैं।
फ्लैट से बुर्का पहनकर निकली थी सोनम
पुलिस ने टैक्सी ड्राइवर पीयूष से भी पूछताछ की, जो सोनम को इंदौर से गाजीपुर तक छोड़ने गया था। उसने बताया कि बुकिंग राज कुशवाहा ने की थी और कैश में ₹15,000 दिए थे। पेट्रोल और टोल के खर्च की भी व्यवस्था कर दी गई थी। पीयूष के अनुसार, सोनम फ्लैट से बुर्का पहनकर निकली थी और उसके साथ आरोपी आकाश राजपूत भी था, जिसे बाद में बायपास पर उतार दिया गया था। आकाश आगे ललितपुर की दिशा में निकल गया।
घटना में अलका पर संदेह
अब सोनम की बचपन की दोस्त अलका पर भी शक जताया जा रहा है। राजा रघुवंशी के छोटे भाई दीपक रघुवंशी ने मीडिया को बताया कि अलका इस पूरे षड्यंत्र में शामिल हो सकती है। अलका फिलहाल घर पर मौजूद नहीं है और उससे संपर्क नहीं हो पा रहा। दीपक ने सोनम के नार्को टेस्ट की मांग एक बार फिर दोहराई और कहा कि अभी भी सोनम कई महत्वपूर्ण बातें छिपा रही है।
घर के पास रहती थी अलका, फिर भी अनजान बनी रही
दीपक ने यह भी बताया कि अलका और सोनम का रिश्ता काफी पुराना था। अलका उनके घर के पास ही रहती थी, लेकिन परिवार को कभी उसके पेशे या काम के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। उनका मानना है कि ऐसी साजिश में कोई अकेला नहीं हो सकता, जरूर किसी करीबी का हाथ है।
फैमिली स्टाफ से भी पूछताछ
सोनम के घर पर काम करने वाली दो महिला सहायिकाओं से भी पुलिस ने पूछताछ की, जो अक्सर सोनम के साथ देखी जाती थीं। एक घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
निष्कर्ष: गहराता जा रहा है रहस्य
राजा रघुवंशी की हत्या अब सिर्फ एक पारिवारिक विवाद नहीं, बल्कि पूर्व नियोजित और जटिल साजिश का रूप ले चुकी है। हर दिन सामने आ रही नई जानकारी इस केस को और पेचीदा बना रही है। पुलिस का पूरा ध्यान अब चार्जशीट तैयार करने और सभी आरोपियों के कनेक्शन को उजागर करने पर है।