क्राइममध्यप्रदेश

इंदौर में अपहरण की सनसनीखेज वारदात, 15 लाख की फिरौती की मांग, चार आरोपी गिरफ्तार, मुख्य साजिशकर्ता फरार

इंदौर शहर में अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि अब दिनदहाड़े अपहरण जैसी वारदातें सामने आने लगी हैं। लसूड़िया थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें चार बदमाशों ने एक युवक का अपहरण कर उससे 15 लाख रुपये की मांग की। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि मुख्य साजिशकर्ता समेत कई अन्य अभी फरार हैं।

टीआई तारेश सोनी के अनुसार, उमेद सिंह पिता चतुरसिंह, निवासी कपिल कॉलोनी, ने थाने में शिकायत दर्ज कराई कि 15 जून को वह अपनी दुकान ठाकुर बॉडी रिपेयर, देवास नाका पर बैठा था। इसी दौरान राजेंद्र जाट और उसके तीन साथी ऑटो रिक्शा में वहां पहुंचे और लाठी-डंडों से उस पर हमला कर दिया। इसके बाद उन्होंने जबरन उसे ऑटो की पिछली सीट पर बैठाया और लगातार मारपीट करते हुए सतर चौराहा के पास सुनसान इलाके में ले गए।

वहां पहुंचकर मुख्य आरोपी राजेंद्र जाट ने उमेद को धमकी दी कि यदि उसने 15 लाख रुपये नहीं दिए तो उसकी हत्या कर दी जाएगी। मारपीट से उमेद बेहोश हो गया, जिसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। कुछ समय बाद राहगीरों ने उमेद को पानी पिलाकर होश में लाया और खजुराना इलाके में छोड़ दिया। डर के कारण उमेद सीधे अपने घर चला गया और कुछ समय बाद पुलिस को घटना की जानकारी दी।

पुलिस ने गंभीरता से मामले की जांच शुरू की और जल्द ही चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों में प्रवीण पिता बलराम जाट (निवासी तपेश्वरी बाग कॉलोनी), अजय उर्फ बकरा पिता करण इरवा (निवासी वैभव लक्ष्मी नगर), सोनू उर्फ काना पिता रमेश भगोरा (निवासी रामकृष्ण बाग कॉलोनी), और अवधेश उर्फ गोलू उर्फ गोली पिता विनोद वर्मा (निवासी सखीम नंबर 54 नवजीवन नगर) शामिल हैं। पुलिस ने इनके पास से दो ऑटो रिक्शा (MP 09 RH 9013 और MP 09 DT 7030) भी जब्त किए हैं।

जांच में सामने आया है कि सभी आरोपी ऑटो रिक्शा चालक हैं और रेजिडेंसी चौराहा क्षेत्र से अपनी ऑटो चलाते हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मुख्य साजिशकर्ता राजेंद्र जाट और पंकज धवल्ली अभी फरार हैं और उनकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। ये सभी आरोपी पहले ट्रांसपोर्ट व्यवसायी रह चुके हैं, लेकिन आर्थिक तंगी और पैसों की तंगी के चलते उन्होंने अपहरण की साजिश रची।

पुलिस के अनुसार, प्रवीण और अवधेश के खिलाफ पूर्व में भी आपराधिक मामले दर्ज हैं। यह घटना इंदौर की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है, खासकर तब जब सरेआम एक युवक को अगवा कर फिरौती मांगी जाती है।

फिलहाल, पुलिस फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है और जल्द ही अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की उम्मीद जताई जा रही है। साथ ही, पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस गिरोह ने और भी किसी वारदात को अंजाम दिया है या नहीं।

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