अब “पटौदी ट्रॉफी” नहीं, भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का नया नाम होगा “तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी”

भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जाने वाली प्रतिष्ठित पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ अब एक नए नाम के साथ खेली जाएगी। इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने गुरुवार को घोषणा की कि इस सीरीज को अब “तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी” के नाम से जाना जाएगा। इस फैसले से एक ओर जहां कई क्रिकेट प्रेमी उत्साहित हैं, वहीं कुछ पूर्व खिलाड़ी पटौदी ट्रॉफी का नाम हटाने पर नाराज़गी भी जता रहे हैं।
पटौदी ट्रॉफी की जगह तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी क्यों?
अब तक इस सीरीज़ का नाम “पटौदी ट्रॉफी” था, जो कि इफ्तिखार अली खान पटौदी और उनके बेटे मंसूर अली खान पटौदी की क्रिकेटीय विरासत के नाम पर थी। यह ट्रॉफी 2007 से इंग्लैंड में भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीतने वाली टीम को दी जाती रही है। हालांकि अब पटौदी परिवार ने खुद ECB को पत्र लिखकर ट्रॉफी के नाम को “रिटायर” करने की इच्छा जाहिर की थी। इसके बाद ही ECB ने यह बदलाव किया।
सचिन तेंदुलकर और जेम्स एंडरसन को क्यों चुना गया?
ECB ने इस ट्रॉफी को दो महानतम खिलाड़ियों – भारत के सचिन तेंदुलकर और इंग्लैंड के जेम्स एंडरसन – के नाम पर समर्पित किया है।
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सचिन तेंदुलकर, जिन्हें “क्रिकेट का भगवान” कहा जाता है, ने 200 टेस्ट मैच खेले और रिकॉर्ड रन बनाए।
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जेम्स एंडरसन, जिन्होंने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया, टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले तेज़ गेंदबाज़ हैं।
एंडरसन ने कहा, “मेरे लिए और मेरे परिवार के लिए यह गर्व का विषय है कि इस प्रतिष्ठित सीरीज का नाम मेरे और तेंदुलकर के नाम पर रखा गया है। हमारे देशों के बीच की प्रतिस्पर्धा ऐतिहासिक रही है।”
वहीं तेंदुलकर ने भी खुशी जाहिर करते हुए कहा, “टेस्ट क्रिकेट मेरे जीवन का सबसे प्रामाणिक रूप है। यह बदलाव मेरे लिए सम्मान की बात है।”
पूर्व खिलाड़ियों की नाराजगी
हालांकि, पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव और सुनील गावस्कर ने ट्रॉफी का नाम बदलने पर आपत्ति जताई है। उनका मानना है कि “पटौदी ट्रॉफी” भारतीय क्रिकेट इतिहास की गहराई से जुड़ी है और उसे बनाए रखा जाना चाहिए था।
नई सीरीज का कार्यक्रम
भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाली यह टेस्ट सीरीज इस साल जुलाई में इंग्लैंड में खेली जाएगी:
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पहला टेस्ट – 20 जून से लीड्स
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दूसरा टेस्ट – 2 जुलाई से बर्मिंघम
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तीसरा टेस्ट – 10 जुलाई से लॉर्ड्स
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चौथा टेस्ट – 23 जुलाई से मैनचेस्टर
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पांचवां टेस्ट – 31 जुलाई से ओवल, लंदन
सीरीज जीतने वाली टीम के कप्तान को पटौदी मेडल प्रदान किया जाएगा, ताकि पुरानी विरासत को पूरी तरह छोड़ा न जाए।