इंदौर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की भव्य तैयारी: भाजपा के 50+ स्थलों पर योग सत्र, 500 महिलाएं एक साथ करेंगी योगाभ्यास

इंदौर।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (21 जून) पर इंदौर शहर में भाजपा जिला संगठन द्वारा व्यापक स्तर पर योग सत्रों का आयोजन किया जा रहा है। पार्टी के सभी 16 मंडलों में कुल 50 से अधिक स्थानों पर सामूहिक योग अभ्यास कराया जाएगा। इन आयोजनों में भाजपा के वरिष्ठ नेता, जनप्रतिनिधि, योग प्रशिक्षक और नागरिक बड़ी संख्या में भाग लेंगे।
शीर्ष नेताओं की भागीदारी
राजबाड़ा क्षेत्र में आयोजित प्रमुख योग सत्र में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी और भाजपा जिला अध्यक्ष गौरव रणदिवे विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।
वहीं गोपुर चौराहे पर आयोजित सत्र में विधायक अक्षय खडसे और महापौर पुष्यमित्र भार्गव भी भाग लेंगे। नेता नागरिकों को योग को जीवनशैली का हिस्सा बनाने के लिए प्रेरित करेंगे।
500 महिलाएं बनाएंगी ‘योगनी एकादशी’ पर रिकॉर्ड
देवी कौशल्या योग संघ के नेतृत्व में स्कीम नंबर 103 की 500 से अधिक महिलाएं ‘योगनी एकादशी’ के विशेष अवसर पर सामूहिक योग अभ्यास करेंगी।
संघ की संचालिका रोशनी सचदेव के अनुसार, यह आयोजन 21 जून को सुबह 7 से 8 बजे तक चौइथराम मंदिर के सामने होगा, जिसमें विशिष्ट अतिथि कंचन दगड़वानी और अनमोल परवानी भाग लेंगे।
इस विशेष आयोजन को विश्व रिकॉर्ड के रूप में दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है।
जन-जागरूकता और स्वास्थ्य का संदेश
योग दिवस को लेकर नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने एक सामूहिक योग अभ्यास में भाग लिया और नागरिकों को योग की नियमितता अपनाने का आह्वान किया।
आइडियल इंटरनेशनल स्कूल में सुबह 6 बजे हुए सत्र में सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया। कैलाश विजयवर्गीय ने योग को “स्वस्थ जीवन का मूल आधार” बताया, वहीं महापौर भार्गव ने इसे “संतुलन और संयम का सूत्र” बताया।
योग कार्यक्रमों का उद्देश्य
इन कार्यक्रमों का उद्देश्य सिर्फ स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता ही नहीं है, बल्कि यह सामाजिक समरसता, आध्यात्मिक अनुशासन और सांस्कृतिक एकजुटता का भी प्रतीक बन रहा है।
भाजपा के ज़िला संगठन ने बताया कि सभी योग सत्रों की रूपरेखा में योग प्रशिक्षकों की सहायता, स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह, और प्राकृतिक चिकित्सा संबंधी सुझावों को शामिल किया गया है।
नागरिकों का उत्साह
इंदौर के नागरिक भी इस आयोजन को लेकर बेहद उत्साहित हैं। कई आरडब्ल्यूए, स्कूल, सामाजिक संस्थाएं और युवाओं के समूह भी स्थानीय स्तर पर योग शिविरों का आयोजन कर रहे हैं।
निष्कर्ष
इंदौर शहर का यह आयोजन न केवल योग के प्रति समर्पण का प्रमाण है, बल्कि यह दर्शाता है कि किस तरह एक आधुनिक शहर प्राचीन परंपराओं को संगठित और विज्ञान-सम्मत तरीके से आगे बढ़ा सकता है।