ट्रंप की धमकी के बाद पुतिन का एटमी जवाब
महाविनाश की तैयारी के लिए एटमी हथियारों का जायजा

Vladimir Putin: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अचानक दुनिया के सबसे बड़े एटमी वेपन सेंटर पहुंच गए हैं। अब सवाल यही है कि आखिर इस दौरे के पीछे मकसद क्या है? क्या पश्चिम को पुतिन ने कोई गुप्त संदेश दिया है? क्या यह पूरी लड़ाई अब परमाणु जंग की तरफ बढ़ रही है?

फेडरल न्यूक्लियर वेपन सेंटर
रूस–यूक्रेन जंग की सबसे खौफनाक तस्वीरें सामने आ चुकी हैं। पुतिन अचानक रूस के फेडरल न्यूक्लियर वेपन सेंटर पहुँचते हैं वही जगह जहां महाविनाश के हथियार बनाए जाते हैं। यह कोई सामान्य दौरा नहीं, बल्कि पश्चिम को भेजा गया एटमी संदेश है। सारोव के इस गुप्त केंद्र में पुतिन ने परमाणु हथियारों का मुआयना किया और वैज्ञानिकों और सैन्य अधिकारियों संग बंद कमरे में मीटिंग की। उनके साथ थे रूस के डेप्युटी पीएम, परमाणु ऊर्जा एजेंसी चीफ और आर्मी जनरल वालेरी गेरासिमोव भी शामिल थे।

120 घंटे बाद न्यूक्लियर शो
18 अगस्त को ट्रंप ने यूरोपीय नेताओं के साथ मीटिंग कर यूक्रेन के लिए सुरक्षा गारंटी की बात छेड़ी। उसके सिर्फ 120 घंटे बाद पुतिन का ये न्यूक्लियर शो सीधा संकेत है कि अब जंग का अगला पड़ाव तय है। पुतिन ने पश्चिम से कह दिया—मेरी शर्तें मानो, वरना एटमी काउंटडाउन शुरू है। यूक्रेन को F-16 फाइटर जेट्स, ATACMS मिसाइलें और ड्रोन मिल चुके हैं। जवाबी वार तेज़ होने वाला है।

क्रीमिया और डोनबास में रूस लगातार 5 से 10 किमी तक ज़मीन खिसका रहा है। दूसरी तरफ यूक्रेन रूस के भीतर वार कर रहा है। हालात यही बताते हैं कि भयानक टकराव सामने है। अब सवाल यही है क्या यह लड़ाई अब न्यूक्लियर जंग की तरफ बढ़ रही है या फिर यह सिर्फ डराने की रणनीति है? सच ये है कि, पुतिन का एटमी केंद्र दौरा किसी सस्पेंस थ्रिलर से कम नहीं। जंग अब और तीखी होगी। और अगर बात नहीं बनी… तो विनाशकारी होगी।