रिटायर्ड आबकारी अधिकारी पर लोकायुक्त का छापा
2020 में रिटायरमेंट के दो महीने बाद ही उजागर हुआ भ्रष्टाचार का साम्राज्य
Dharmendra Bhadoria: मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार के जाल ने एक बार फिर सरकारी तंत्र की पोल खोल दी है। लोकायुक्त की टीम ने रिटायर्ड आबकारी अधिकारी धर्मेंद्र सिंह भदौरिया के इंदौर और ग्वालियर स्थित 8 ठिकानों पर दबिश दी, जहाँ से नकदी, सोना, लग्जरी कारें और कीमती सामान का जखीरा मिला।

सूत्रों के मुताबिक, टीम ने अब तक करीब 75 लाख रुपये कैश, ढाई किलो सोने के बिस्किट और आभूषण, 5 हजार यूरो करीब साढ़े चार लाख रुपए, दो फ्लैट, निर्माणाधीन बंगला, कई अचल संपत्तियां, और महंगी गाड़ियां, परफ्यूम व एक रिवॉल्वर बरामद की हैं। भदौरिया की वैध आय करीब 2 करोड़ मानी जा रही है, लेकिन संपत्ति कई गुना अधिक पाई गई। इतना ही नहीं, जांच में यह भी सामने आया है कि उनके बेटे और बेटी ने फिल्मों में मोटी रकम का निवेश किया।

रिटायर्ड आबकारी अधिकारी धर्मेंद्र सिंह भदौरिया की वैध आय करीब 2 करोड़ रुपए मानी जा रही थी, जबकि उनके पास से करोड़ों की संपत्ति मिली है। जांच में यह भी सामने आया कि, उनके बेटे सूर्यांश और बेटी दोनों ने फिल्मों में निवेश किया है । 2020 में शराब ठेकों की नीलामी में लापरवाही के चलते उन्हें निलंबित भी किया गया था। अब रिटायरमेंट के दो महीने बाद ही उन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों की पुष्टि होती दिख रही है।






