महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए डिजिटल सुविधाओं का विस्तार, 278 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी
महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए डिजिटल सुविधाओं का विस्तार, 278 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी

उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए डिजिटल सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। मंदिर प्रबंध समिति ने इसके लिए 278 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी है। इस निर्णय से भक्तों को ऑनलाइन दर्शन, भस्म आरती और अन्य सुविधाओं का लाभ आसानी से मिलेगा। डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से मंदिर में कैशलेस पेमेंट और एटीएम जैसी सुविधाओं को भी शुरू किया जाएगा, जिससे दर्शनार्थियों की सुविधा और अधिक सुव्यवस्थित हो सके।
महाकाल मंदिर में डिजिटल सुविधाओं का विस्तार 2013 से शुरू हुआ था। तब से मंदिर में कंप्यूटराइजेशन की प्रक्रिया शुरू हुई और पिछले 12 वर्षों में निरंतर सुधार और विस्तार किया गया। मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट और श्री महाकालेश्वर एप के निर्माण के बाद देश-विदेश में रहने वाले भक्त घर बैठे ही भगवान महाकाल के दर्शन कर सकते हैं। इसके साथ ही भक्त मंदिर में हो रहे विभिन्न उत्सवों, भस्म आरती और अभिषेक पूजन जैसी सेवाओं का ऑनलाइन लाभ भी ले पा रहे हैं।
मंदिर में ऑनलाइन दर्शन के अलावा शीघ्र दर्शन टिकट, भस्म आरती अनुमति और अभिषेक पूजन जैसी सुविधाओं का लाभ भी श्रद्धालुओं को मिल रहा है। इसके परिणामस्वरूप मंदिर में भक्तों की भीड़ और सुविधाओं की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। इस पहल से भक्तों को लंबी लाइनों में खड़े रहने की जरूरत नहीं पड़ती और उन्हें समय पर दर्शन और पूजा की सुविधाएं मिलती हैं।

हालांकि, मंदिर में अभी भी कुछ सुविधाओं पर काम चल रहा है। दान काउंटर, लड्डू प्रसाद काउंटर, महाकालेश्वर व हरसिद्धि अतिथि निवास, और महाकालेश्वर अन्न क्षेत्र में कैशलेस सुविधा अभी पूरी तरह उपलब्ध नहीं है। इसके अलावा भस्म आरती और शीघ्र दर्शन जैसी सुविधाओं में अभी भी सुधार की गुंजाइश है। मंदिर प्रबंधन को भक्तों की शिकायतें भी मिलती रहती हैं, जिन्हें ध्यान में रखते हुए सुधारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं।
गुरुवार को कलेक्टर रौशन कुमार सिंह की अध्यक्षता में त्रिनेत्र कंट्रोल रूप में आयोजित श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि डिजिटल प्रणाली के विस्तार के लिए बजट मंजूर किया जाए। इस बजट से मंदिर में कैशलेस पेमेंट, ऑनलाइन सेवाओं और डिजिटल डेस्क जैसी सुविधाओं को और प्रभावी बनाया जाएगा।
10 से 14 जनवरी तक महाकाल महोत्सव का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। डिजिटल सुविधाओं के विस्तार के साथ भक्त इन कार्यक्रमों का आनंद ऑनलाइन भी ले सकेंगे।
इस पहल से महाकाल मंदिर श्रद्धालुओं के लिए और अधिक सुविधाजनक, सुव्यवस्थित और आधुनिक बन जाएगा। डिजिटल साधनों का प्रयोग करने से भक्तों का अनुभव और भी सहज और सुरक्षित बनेगा।





