सोने की कीमत में उछाल: आज ₹2,011 बढ़कर ₹1.29 लाख प्रति 10 ग्राम, चांदी ₹9,381 चढ़ी
सोने की कीमत में उछाल: आज ₹2,011 बढ़कर ₹1.29 लाख प्रति 10 ग्राम, चांदी ₹9,381 चढ़ी

सोने और चांदी के निवेशकों के लिए खुशखबरी है। आज की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, सोने की कीमत ₹2,011 की तेजी के साथ ₹1,29,000 प्रति 10 ग्राम पर पहुँच गई है। वहीं, चांदी की कीमत में भी ₹9,381 का उछाल आया और यह ₹1,74,000 प्रति किलो पर कारोबार कर रही है। यह साल सोने के लिए बेहद मजबूत रहा है, क्योंकि जनवरी 2025 में सोने की कीमत ₹76,560 प्रति 10 ग्राम थी। यानी इस साल सोना लगभग ₹52,440 महंगा हो चुका है।
सोने और चांदी की ताज़ा स्थिति
सोने की कीमत में हुई तेजी का मुख्य कारण वैश्विक स्तर पर आर्थिक अनिश्चितता और डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होना माना जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशक मुद्रास्फीति और आर्थिक अस्थिरता से बचने के लिए सुरक्षित संपत्ति की ओर रुख कर रहे हैं, और इसके चलते सोने की मांग में इजाफा हुआ है।
चांदी की कीमत में वृद्धि का कारण भी इसी आर्थिक वातावरण से जुड़ा हुआ है। औद्योगिक मांग और गहनों में चांदी की बढ़ती लोकप्रियता ने इसके दामों को मजबूती प्रदान की है। विशेषज्ञों के अनुसार, चांदी निवेशकों के लिए सोने के बाद दूसरा सुरक्षित विकल्प बनती जा रही है।
इस साल का ट्रेंड
2025 की शुरुआत में सोने की कीमत ₹76,560 प्रति 10 ग्राम थी। वर्तमान मूल्य ₹1,29,000 तक पहुँचने का मतलब है कि निवेशकों ने इस साल लगभग 68% का लाभ देखा। वहीं, चांदी की कीमत साल की शुरुआत में ₹1,64,619 प्रति किलो थी और अब ₹1,74,000 तक पहुँच गई है, जो निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत है।
इस तेजी से पता चलता है कि सोना और चांदी दोनों ही भारतीय निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प बने हुए हैं। खासतौर पर त्योहारों और शादी के सीजन में सोने और चांदी की मांग में हमेशा इजाफा देखा जाता है।
भविष्य के संकेत
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले हफ्तों में सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। वैश्विक बाजार, मुद्रास्फीति, ब्याज दरों और डॉलर के रुझान के आधार पर कीमतों में तेजी या मंदी आ सकती है। निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे केवल बाजार की खबरों और विशेषज्ञों की सलाह के आधार पर ही निवेश करें।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारतीय घराने और आभूषण उद्योग में सोने और चांदी की मांग हमेशा मजबूत रहती है। इसी वजह से लंबे समय तक यह निवेशकों के लिए लाभकारी साबित होता है।





