तेजस्वी यादव बोले: ‘हमारा मकसद व्यक्तिगत विरोध नहीं, सरकार भटकेगी तो आईना दिखाएंगे’
तेजस्वी यादव बोले: ‘हमारा मकसद व्यक्तिगत विरोध नहीं, सरकार भटकेगी तो आईना दिखाएंगे’

📌 मामला क्या है?
बिहार विधानसभा के नवनिर्वाचित अध्यक्ष प्रेम कुमार के आसन ग्रहण करने के बाद महागठबंधन के नेता और राजद अध्यक्ष तेजस्वी यादव ने सदन में स्पष्ट रूप से कहा कि उनका मकसद व्यक्तिगत विरोध नहीं है, बल्कि सरकार को सही दिशा में मार्गदर्शन करना और बिहार का विकास सुनिश्चित करना है।
तेजस्वी यादव ने सदन में अपने संबोधन की शुरुआत संसदीय लोकतंत्र की गरिमा और विपक्ष की भूमिका को रेखांकित करते हुए की। उन्होंने कहा कि विपक्ष का काम केवल विरोध करना नहीं है, बल्कि सरकार की गलत नीतियों को पहचानकर उन्हें सुधारने की जिम्मेदारी निभाना भी है।
🔹 तेजस्वी यादव का बयान
तेजस्वी ने कहा, “हम यहां केवल रस्म अदायगी के लिए नहीं आए हैं। हमारा संकल्प है कि बिहार को अव्वल राज्य बनाया जाए। सरकार अगर भटकेगी, तो हम उन्हें आईना दिखाएंगे। हमारी नीतियां और कदम हमेशा बिहार के विकास और जनता के हित में होंगे।”
उन्होंने नवनिर्वाचित अध्यक्ष प्रेम कुमार को ज्ञान और मोक्ष की धरती, गया से आने का स्मरण कराते हुए कहा कि आसन को नियमावली के तहत निष्पक्ष और संवैधानिक ढंग से कार्य करना चाहिए। तेजस्वी ने सुझाव दिया कि सत्ता पक्ष संख्या बल में हो सकता है, लेकिन लोकतंत्र के संतुलन और विपक्ष की भूमिका को बनाए रखने के लिए आसन को विशेष ध्यान देना चाहिए।
🔹 विपक्ष की सजग भूमिका
तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि विपक्ष केवल सत्ता का विरोध करने के लिए नहीं, बल्कि सरकार को उनके फैसलों और नीतियों पर सचेत करने के लिए मौजूद है। उन्होंने सदस्यों को याद दिलाया कि बिहार के विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे मुद्दों पर विपक्ष को सजग रहकर सरकार को जवाबदेह बनाना चाहिए।
उन्होंने कहा, “हमारा मकसद व्यक्तिगत विरोध नहीं है। हम बिहार को आगे बढ़ाने और जनता के हित में काम करने के लिए सदन में उपस्थित हैं। गलत नीतियों पर विरोध करना हमारा कर्तव्य है, लेकिन यह हमेशा लोकतंत्र की मर्यादा के भीतर होगा।”





