ज्ञानटॉप-न्यूज़

RBI ने 0.25% घटाई रेपो रेट, लोन सस्ते होने की बड़ी खुशखबरी | होम लोन, ऑटो लोन EMI में मिलेगी राहत

RBI ने 0.25% घटाई रेपो रेट, लोन सस्ते होने की बड़ी खुशखबरी | होम लोन, ऑटो लोन EMI में मिलेगी राहत

📉 RBI Repo Rate में 0.25% की कटौती, लोन लेने वालों के लिए बड़ी राहत — होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन होंगे सस्ते

नई दिल्ली। लोन लेने वालों के लिए आज बड़ी राहत भरी खबर आई है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने वित्त वर्ष 2026 की पांचवीं द्विमासिक मौद्रिक नीति घोषणा में ** रेपो रेट 0.25% घटाने** का फैसला किया है। इससे रेपो रेट घटकर 5.25% पर आ गई है, और इसका सीधा फायदा करोड़ों लोन धारकों को मिलेगा।

RBI की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक 3 से 5 दिसंबर 2025 के बीच हुई, जिसकी अध्यक्षता RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने की। बैठक के बाद गवर्नर ने घोषणा की कि महंगाई नियंत्रण और आर्थिक वृद्धि के संतुलन को देखते हुए प्रमुख ब्याज दरों में कटौती जरूरी थी।


🏦 क्यों घटाई गई रेपो रेट? RBI गवर्नर ने बताई बड़ी वजह

गवर्नर मल्होत्रा के अनुसार—

इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए MPC ने सर्वसम्मति से 25 बेसिस पॉइंट की कटौती को मंजूरी दी।


📈 पॉलिसी स्टांस ‘न्यूट्रल’ क्यों रखा गया?

RBI ने पॉलिसी रुख ‘न्यूट्रल’ बनाए रखा है, जिसका मतलब है कि आने वाले महीनों में—

  • अगर महंगाई बढ़ती है, तो बढ़ोतरी भी संभव

  • यदि अर्थव्यवस्था को और प्रोत्साहन चाहिए, तो कटौती के रास्ते खुले

भारतीय रिजर्व बैंक ने संकेत दिया है कि भविष्य की ब्याज दरें पूरी तरह महंगाई और आर्थिक गतिविधियों पर निर्भर करेंगी।


💰 लोन लेने वालों को कैसे मिलेगा फायदा? (EMI पर सीधा असर)

रेपो रेट घटने से तुरंत असर बैंकों के फ्लोटिंग रेट लोन पर पड़ता है।

इससे निम्न फायदे मिलेंगे—

होम लोन सस्ते

बैंक अब कम ब्याज दर पर लोन देंगे। ₹50 लाख के होम लोन पर EMI में 600–1200 रुपये तक की राहत मिल सकती है।

ऑटो लोन पर भी राहत

वाहन खरीदना सस्ता हो जाएगा, खासकर नए साल से पहले ग्राहकों के लिए बड़ी खुशखबरी।

पर्सनल लोन कम ब्याज पर

पर्सनल लोन की EMI में 0.25% की कटौती का सीधा फायदा मिलेगा।

कॉर्पोरेट और MSME लोन को भी लाभ

उद्योगों को सस्ता कर्ज मिलेगा, जिससे निवेश और रोजगार बढ़ने की उम्मीद है।


📊 अर्थव्यवस्था पर इसका क्या असर पड़ेगा?

रेपो रेट कम करने के पीछे RBI का मुख्य लक्ष्य है—

  • आर्थिक गतिविधियों को रफ्तार देना

  • महंगाई को नियंत्रित रखते हुए वृद्धि सुनिश्चित करना

  • रियल एस्टेट सेक्टर को मजबूती देना

  • उपभोक्ता खर्च बढ़ाना

विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले महीनों में इससे लोन डिमांड बढ़ेगी और निवेश में तेज उछाल आएगा।

MORE NEWS>>>भारत-रूस रणनीतिक साझेदारी पर चीन की खुशी, पुतिन के दिल्ली दौरे पर ग्लोबल टाइम्स ने की जमकर तारीफ

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close