कुणाल कामरा ने रेलवे एक्सीडेंट वीडियो शेयर किया, फैक्ट चेक को लेकर विवाद
कुणाल कामरा ने रेलवे एक्सीडेंट वीडियो शेयर किया, फैक्ट चेक को लेकर विवाद

सोशल मीडिया और कॉमेडियन जगत में कुणाल कामरा एक बार फिर सुर्खियों में हैं। हाल ही में उन्होंने रेलवे की सुरक्षा और एक्सीडेंट से जुड़ा एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने भारतीय रेलवे के एक्सीडेंट और मौत के आंकड़ों पर सवाल उठाए। वीडियो में कामरा ने दावा किया कि रेलवे एक्सीडेंट में लगभग 25,000 लोगों की मौत हुई है।
कामरा का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और इसे लेकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आईं। कई लोग कामरा की बहादुरी की तारीफ कर रहे थे कि उन्होंने खुले तौर पर रेलवे की पोल खोली। वहीं, कुछ लोग सवाल कर रहे थे कि कामरा ने जो आंकड़े प्रस्तुत किए, वे कितने सटीक हैं।
इसी बीच भारतीय रेलवे ने इस मामले में फैक्ट चेक जारी किया। रेलवे ने स्पष्ट किया कि कामरा के बताए आंकड़े पूरी तरह सही नहीं हैं। रेलवे के अनुसार, एक्सीडेंट में 24,778 लोगों की मौत हुई है, जो कामरा के आंकड़ों से 322 कम हैं। इस तरह रेलवे ने कामरा के वीडियो को आधिकारिक आंकड़ों के अनुरूप संशोधित कर फैक्ट चेक किया।
रेलवे का फैक्ट चेक जारी होना सोशल मीडिया पर विवाद का विषय बन गया। कामरा और उनके समर्थक इस कदम पर सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि आंकड़ों में मामूली अंतर से ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि रेलवे एक्सीडेंट और सुरक्षा की गंभीरता को नजरअंदाज कर रहा है। कामरा ने वीडियो में यह भी बताया कि रेलवे एक्सीडेंट की संख्या और मौतें इतनी अधिक हैं कि इसे रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है।
सोशल मीडिया पर लोग इसे दो तरह से देख रहे हैं। कुछ लोग कहते हैं कि फैक्ट चेक करना जरूरी है ताकि आंकड़ों में सटीकता बनी रहे। वहीं, कुछ लोग सवाल कर रहे हैं कि रेलवे अपनी जिम्मेदारी निभाने के बजाय सिर्फ आंकड़ों की शुद्धता पर जोर दे रहा है। कामरा के आलोचक भी यह कह रहे हैं कि वह आंकड़े बढ़ा-चढ़ाकर प्रस्तुत कर रहे हैं।
हालांकि, कामरा का कहना है कि उनका उद्देश्य केवल रेलवे के आंकड़ों को चुनौती देना नहीं था, बल्कि यह दिखाना था कि देश में ट्रेन दुर्घटनाओं को रोकने और यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने की दिशा में ज्यादा कदम उठाए जाने चाहिए।
इस विवाद ने फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और सरकारी संस्थान किस हद तक आंकड़ों और उनके प्रभाव को लेकर जिम्मेदार हैं। देशभर के लोग इस मामले पर बहस कर रहे हैं और रेलवे की सुरक्षा नीतियों पर ध्यान दे रहे हैं।
कुल मिलाकर, कुणाल कामरा का यह वीडियो रेलवे की सुरक्षा, एक्सीडेंट रोकने के उपाय और डेटा पर पारदर्शिता पर केंद्रित बहस को नए सिरे से उभारा है।





