इंदौर के चमेली देवी कॉलेज में विवाद गहराया: एबीवीपी अध्यक्ष आदित्य कुमावत ने कॉलेज प्रबंधन पर लगाए झूठे आरोपों के गंभीर आरोप
इंदौर के चमेली देवी कॉलेज में विवाद गहराया: एबीवीपी अध्यक्ष आदित्य कुमावत ने कॉलेज प्रबंधन पर लगाए झूठे आरोपों के गंभीर आरोप

इंदौर के प्रसिद्ध शैक्षणिक संस्थान चमेली देवी कॉलेज में विवाद लगातार गहराता जा रहा है। हाल ही में कॉलेज प्रबंधन द्वारा कलेक्टर और पुलिस प्रशासन को दिए गए कथित झूठे बयान अब बड़े मुद्दे का रूप ले चुके हैं। इस मामले में एबीवीपी के चमेली देवी कॉलेज अध्यक्ष आदित्य कुमावत का बड़ा बयान सामने आया है, जिसने पूरे विवाद को एक नई दिशा दे दी है।
आदित्य कुमावत ने मीडिया के सामने कॉलेज प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि कॉलेज प्रशासन ने छात्रों से जुड़े मुद्दों को deliberately दबाने के लिए जिलाधिकारी और पुलिस को गलत व भ्रामक जानकारी दी। उन्होंने साफ कहा कि यह कदम छात्रों की आवाज़ को दबाने और उन्हें गलत तरीके से पेश करने का प्रयास है।
कुमावत ने कहा कि कॉलेज ने कई ऐसे षड्यंत्रपूर्ण कदम उठाए, जिनका उद्देश्य ABVP कार्यकर्ताओं और आम छात्रों की छवि को खराब करना था। उन्होंने दावा किया कि प्रबंधन छात्रों की समस्याओं को सुलझाने के बजाय उन्हें दबाने की कोशिश कर रहा है।
छात्रों का एबीवीपी अध्यक्ष को समर्थन
आदित्य कुमावत का बयान सामने आते ही सोशल मीडिया से लेकर कॉलेज परिसर तक छात्रों ने इसका जोरदार समर्थन किया है। विद्यार्थियों का कहना है कि कॉलेज ने कई बार बिना वजह छात्रों के खिलाफ कठोर रुख अपनाया है, लेकिन इस बार मामला अधिक गंभीर हो गया क्योंकि प्रशासन ने सरकारी अधिकारियों तक को गलत सूचना दी।
छात्रों का आरोप है कि—
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कॉलेज में पारदर्शिता की कमी है
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छात्र प्रतिनिधियों की बात नहीं सुनी जाती
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शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं होती
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आवाज उठाने वाले छात्रों को टारगेट किया जाता है
एबीवीपी अध्यक्ष का बयान सामने आने के बाद छात्रों का मनोबल बढ़ा है और उन्होंने खुलकर अपना समर्थन जताया है। कई छात्रों ने सोशल मीडिया पर वीडियो और पोस्ट शेयर करके कॉलेज प्रबंधन की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं।
कलेक्टर और पुलिस को भ्रामक जानकारी?
मामले की सबसे बड़ी बात यह है कि कुमावत के मुताबिक कॉलेज प्रबंधन ने शिकायतों में कई तथ्य ऐसे बताए जो वास्तविकता से मेल नहीं खाते। उनका कहना है कि कॉलेज ने छात्रों को बदनाम करने के लिए ऐसी बातें लिखवाईं, जिनका उद्देश्य पूरी तस्वीर को बदल देना था।
इस आरोप के बाद अब स्थानीय प्रशासन और शिक्षा विभाग पर भी सवाल उठने लगे हैं कि क्या वे इस मामले की निष्पक्ष जांच करेंगे?
एबीवीपी की चेतावनी — छात्र हितों से समझौता नहीं
कुमावत ने स्पष्ट कहा कि अगर कॉलेज प्रबंधन छात्र हितों की अनदेखी करता रहा, तो एबीवीपी बड़े स्तर पर आंदोलन को तैयार है। उन्होंने कहा कि—
“छात्रों पर लगने वाले झूठे आरोप बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। हम उनकी आवाज़ को दबने नहीं देंगे।”
मामले का आगे का रास्ता
अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि प्रशासन इस विवाद पर क्या रुख अपनाता है। क्या कॉलेज प्रबंधन से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा? क्या छात्रों की शिकायतों की सुनवाई होगी?
फिलहाल इतना स्पष्ट है कि चमेली देवी कॉलेज का मुद्दा शांत होने वाला नहीं है और आने वाले दिनों में यह विवाद और भी बड़ा रूप ले सकता है।
