अयोध्या में आकार ले रहा भगवन श्रीराम के मंदिर की सुरक्षा भी हाईटेक होने वाली है। अयोध्या नगरी को दो जाने में बांटा जायेगा जिसमे रेड और यलो जोन के इस सिक्योरिटी प्लान पर करीब 100 करोड़ खर्च हो रहे हैं। प्राण-प्रतिष्ठा वाले दिन रामलला की सिक्योरिटी में करीब 25 हजार जवान तैनात किए गए हैं और मंदिर की सुरक्षा स्पेशल STF टीम के हवाले रहेगी।
प्राण-प्रतिष्ठा वाले दिन (यानी 22 जनवरी को) करीब 25 हजार सुरक्षाकर्मियों को लगाया गया है। इसमें केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी के साथ पैरा मिलिट्री के जवान भी शामिल होंगे। राज्य सरकार की और से जारी आदेश में कहा गया हैं कि, “सिक्योरिटी में तैनात सुरक्षा जवान स्मार्ट फोन का इस्तेमाल नहीं करेंगे। साथ ही सरयू नदी में भी स्नाइपर तैनात किए गए हैं।”
रेड जोन : राम मंदिर
फिदाईन हमला रोकने के लिए लगेंगे क्रैश रेटेड बोलार्ड –
अयोध्या की सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक सुरक्षा उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है। फिदाईन हमलों को रोकने के लिए क्रैश रेटेड बोलार्ड लगाए जा रहे हैं। कोई संदिग्ध चीज मंदिर तक न जा पाए, इसके लिए अंडर व्हीकल स्कैनर, टायर किलर और बूम वैरियर लगाए गए हैं और इन उपकरणों को हैंडल करने के लिए स्पेशल STF टीम, ATS कमांडो तैनात किए जा रहे हैं। इन इंतजामों में बजट बाधा न बनें, इसलिए 100 करोड़ रिजर्व किए गए हैं। हर 6 महीने में इनकी समीक्षा खुद गृह विभाग कर रहा है।
सरयू नदी में भी तैनात रहेंगे स्नाइपर –
अयोध्या से होकर बहने वाली सरयू नदी से भी मंदिर की सुरक्षा की जाएगी। इसके लिए STF की टीम तैनात की जा रही है। ATS कमांडो के साथ स्नाइपर की भी ड्यूटी लगाई गई है। सरयू नदी के पास सुरक्षा इंतजामों के लिए 2.84 करोड़ रुपए से सुरक्षा उपकरण लिए गए हैं।
यलो जोन : हनुमानगढ़ी, कनक भवन
अयोध्या की हनुमानगढ़ी और कनक भवन CCTV से निगरानी –
यलो जोन में अयोध्या की हनुमान गढ़ी को रखा जायेगा। रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या आने वाले एक बार हनुमानगढ़ी के दर्शन जरूर करते हैं। इसलिए यहां की सुरक्षा को यलो जोन में रखा गया है। इस जोन में कनक भवन भी है। इन दोनों परिसर के लिए 34 सब इंस्पेक्टर, 71 हेड कांस्टेबल, 312 कांस्टेबल को तैनात किया गया है। साथ ही, हर जगह पर CCTV से भी नजर रखी जाएगी।