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इंदौर रेलवे स्टेशन को नई सूरत: ₹450 करोड़ की लागत से बनेगा 7 मंजिला आधुनिक सब-बिल्डिंग, तीन साल में होगा पूरा

इंदौर।
इंदौर रेलवे स्टेशन को आने वाले वर्षों में एक आधुनिक और सुविधा सम्पन्न यात्री हब के रूप में विकसित करने की योजना तेज़ी से आगे बढ़ रही है। शुक्रवार को जनप्रतिनिधियों और रेलवे अधिकारियों के साथ हुई बैठक में नई रेलवे सब-बिल्डिंग के निर्माण को लेकर विस्तृत योजना प्रस्तुत की गई। इस प्रोजेक्ट के तहत तीन वर्षों में ₹450 करोड़ की लागत से एक सात मंजिला नई बिल्डिंग तैयार की जाएगी, जो 50 वर्षों की भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए डिजाइन की जा रही है।

सिंहस्थ से पहले निर्माण पूर्ण करने की मांग

बैठक के दौरान नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने यह चिंता जताई कि यदि निर्माण कार्य समय पर पूरा नहीं हुआ, तो 2028 में उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ मेले के दौरान भीड़ का भारी दबाव इंदौर स्टेशन पर पड़ेगा। ऐसे में यात्री सुविधाओं पर असर पड़ सकता है। उन्होंने रेलवे अधिकारियों से निर्माण कार्य में तेजी लाने और समयसीमा की पुनः समीक्षा करने को कहा।

क्या होगा नई सब-बिल्डिंग में खास?

रेलवे अधिकारियों ने जानकारी दी कि नई बिल्डिंग सात मंजिला होगी, जिसमें पार्किंग के लिए बेसमेंट रहेगा। यहाँ एक साथ 500 से अधिक वाहन पार्क किए जा सकेंगे। स्टेशन पर 26 लिफ्ट्स लगाई जाएंगी, और इसे इंदौर मेट्रो स्टेशन से भी जोड़ा जाएगा।

चरणबद्ध निर्माण

सबसे पहले पुरानी सब-बिल्डिंग को हटाया जाएगा और 60 मीटर के हिस्से में निर्माण शुरू होगा, ताकि ट्रेन संचालन में कोई बाधा न आए। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि पूरे स्टेशन क्षेत्र में यातायात संकेतक लगाकर मार्गदर्शन किया जाएगा और यात्रियों के लिए हेल्प डेस्क भी स्थापित की जाएगी।

प्रस्तावित सुधार व सुझाव

बैठक में उपस्थित गणमान्य नागरिकों व जनप्रतिनिधियों ने कुछ अन्य सुझाव भी दिए:

  • प्लेटफॉर्म नं. 1 के ट्रैफिक जाम और निजी बस स्टैंड के कारण उत्पन्न होने वाली असुविधा पर ध्यान देने की बात कही गई।

  • बहादुर शाह ज़फ़र ओवरब्रिज और सरदार पटेल ब्रिज को पुनः डिज़ाइन कर नए सिरे से निर्माण की मांग उठी।

  • नई प्लानिंग रिपोर्ट रेलवे मंत्रालय को भेजने का निर्णय लिया गया।

निर्माण एजेंसी और लागत

इस प्रोजेक्ट का ठेका कोलकाता की एक प्रतिष्ठित कंपनी को दिया गया है। योजना में 450 करोड़ रुपये की लागत निर्धारित की गई है, जिसे रेलवे बजट में भी आवंटित किया गया है। इस सब-बिल्डिंग को स्मार्ट और फ्यूचर-रेडी बनाया जाएगा, जिसमें अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी।

व्यापक दृष्टिकोण

बैठक में समाजसेवी शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, और विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सभी ने एकमत से कहा कि यह निर्माण कार्य इंदौर के भविष्य और बढ़ते यात्री दबाव को देखते हुए अत्यंत आवश्यक है।

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