एयर इंडिया का बड़ा फैसला: 20 जून से 15% अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में कटौती

हाल ही में अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना के बाद, कंपनी ने अपने संचालन को अधिक स्थिर और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। एयर इंडिया ने 20 जून 2025 से अपनी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में अस्थायी रूप से 15% की कटौती करने का निर्णय लिया है। कंपनी के मुताबिक, यह कदम न केवल परिचालन स्थिरता बल्कि सुरक्षा मानकों को बेहतर करने के लिए भी जरूरी है।
क्यों लिया गया यह निर्णय?
पिछले कुछ दिनों में एयर इंडिया की कुल 83 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द हुई हैं, जिससे कंपनी पर यात्रियों का भरोसा प्रभावित हुआ है। इसी के चलते एयर इंडिया ने यह निर्णय लिया है कि 20 जून से जुलाई मध्य तक कुछ व्यस्ततम मार्गों पर अपनी अंतरराष्ट्रीय सेवाओं में कटौती करेगी।
रिपोर्ट्स के अनुसार, इस फैसले के पीछे कई कारक हैं:
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विमान की तकनीकी समस्याएं
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बेड़े की सीमित उपलब्धता
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संचालन में आंतरिक अस्थिरता
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सुरक्षा निरीक्षणों की आवश्यकता
कंपनी की ओर से यात्रियों को आश्वासन
एयर इंडिया ने स्पष्ट किया है कि जिन यात्रियों की बुकिंग प्रभावित होगी, उन्हें या तो विकल्प उड़ानों में समायोजित किया जाएगा या बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के पूरा रिफंड दिया जाएगा। इसके अलावा, कंपनी यात्रियों को यात्रा से पूर्व स्थिति की सूचना देने के लिए सक्रिय संचार कर रही है।
दो विमानों की आपात लैंडिंग ने बढ़ाई चिंता
सुरक्षा को लेकर चिंताओं में इजाफा तब हुआ जब दो विमानों को हाल ही में उड़ान के तुरंत बाद तकनीकी कारणों से आपात लैंडिंग करनी पड़ी:
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दिल्ली से वियतनाम जा रही AI 388 उड़ान को उड़ान भरने के एक घंटे के भीतर तकनीकी खामी के कारण वापस दिल्ली लौटना पड़ा।
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इंडिगो की 6E 2006 उड़ान को भी तकनीकी खामी के चलते उड़ान के थोड़ी देर बाद लखनऊ में आपात लैंडिंग करानी पड़ी।
इन दोनों घटनाओं ने भारत की नागरिक उड्डयन सुरक्षा व्यवस्था को एक बार फिर कठघरे में ला खड़ा किया।
क्रैश फ्लाइट का ब्लैक बॉक्स अमेरिका भेजा जाएगा
हाल ही में हादसे का शिकार हुई एयर इंडिया की Boeing 787 Dreamliner फ्लाइट AI171 के ब्लैक बॉक्स को अमेरिका की NTSB लैब में जांच के लिए भेजा जाएगा। भारत के नागरिक उड्डयन अधिकारी इस प्रक्रिया की निगरानी करेंगे ताकि पारदर्शिता बनी रहे और जांच अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार हो।
जांच प्रक्रिया में ब्रिटेन की AAIB (Air Accidents Investigation Branch) की टीम भी शामिल होगी, क्योंकि हादसे में 53 ब्रिटिश नागरिकों की मौत हुई थी।
नागरिक उड्डयन मंत्री ने बुलाई समीक्षा बैठक
सुरक्षा और संचालन से जुड़ी चिंताओं को देखते हुए भारत के नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने एयर इंडिया, इंडिगो, स्पाइसजेट और अकासा एयरलाइंस के अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक में निम्न मुद्दों पर चर्चा हुई:
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यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना
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संचालन की नियमितता बनाए रखना
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जनता के साथ पारदर्शी और जिम्मेदार संचार
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विमानों की तकनीकी जांच और रखरखाव की गुणवत्ता
निष्कर्ष: यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि
एयर इंडिया का यह फैसला एक संकेत है कि एयरलाइन सुरक्षा और परिचालन में पारदर्शिता को लेकर गंभीर है। हालांकि, इस कदम से यात्रियों को असुविधा हो सकती है, लेकिन दीर्घकालिक रूप से यह निर्णय उड़ानों की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों को बेहतर बनाने में सहायक सिद्ध होगा। अब देखना यह होगा कि एयर इंडिया इस निर्णय के बाद अपने सेवा स्तर में कितनी पारदर्शिता और भरोसा लौटा पाती है।