भोपाल में 2.28 लाख मतदाताओं के नाम खतरे में, नागरिकता प्रमाण न देने पर हटाया जा सकता है नाम
भोपाल में 2.28 लाख मतदाताओं के नाम खतरे में, नागरिकता प्रमाण न देने पर हटाया जा सकता है नाम

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के दौरान 17,17,808 मतदाताओं का नाम वर्ष 2003 की मतदाता सूची से मिलान हो चुका है, जबकि 2,28,387 मतदाताओं का नाम सूची में नहीं मिला। ऐसे मतदाताओं को अब अपनी भारतीय नागरिकता से जुड़े दस्तावेज पेश करने होंगे। यदि निर्धारित अवधि में दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए गए तो इनका नाम आगामी मतदाता सूची से हटा दिया जाएगा।
विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के तहत जिले में कुल 21,25,908 मतदाताओं का डेटा जांचा गया। इस प्रक्रिया में 2029 BLOs (बेसिक लिस्टिंग ऑफिसर्स) तैनात थे। जिला निर्वाचन कार्यालय के अनुसार, जिले में 17,17,808 मतदाताओं का नाम पुराने रिकॉर्ड से सफलतापूर्वक मैच हो चुका है। वहीं 2,28,387 मतदाताओं का नाम 2003 की सूची में नहीं मिला, जिन्हें अब अपनी नागरिकता के प्रमाण दस्तावेज जमा करना अनिवार्य है।
मतदाताओं को चेतावनी दी गई है कि यदि वे निर्धारित समय में अपने दस्तावेज नहीं जमा करते हैं, तो उनका नाम मतदाता सूची से हटा दिया जाएगा। आयोग ने इस कार्य को पूरा होने के बाद एक माह तक दावा-आपत्ति पेश कर अपने नाम को सूची में जोड़वाने का विकल्प भी रखा है।
भोपाल जिले के बैरसिया, हुजूर, मध्य, उत्तर, दक्षिण-पश्चिम, गोविंदपुरा और नरेला विधानसभा क्षेत्रों में बड़ी संख्या में गणना पत्रक जमा नहीं हो पाए हैं। इन मतदाताओं की सूची कॉलोनियों में चस्पा कर दी गई थी। यदि वे अगले एक माह के भीतर अपने क्षेत्र के BLO या निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी के पास नहीं पहुंचते, तो उनका नाम हटाया जाएगा।
जिले में डिजिटाइज्ड मतदाताओं का 10.74 प्रतिशत यानी 2.28 लाख मतदाता अब नोटिस जारी होने के दायरे में आते हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी मतदाताओं को निर्देश दिए हैं कि वे भारतीय नागरिकता से जुड़े प्रमाण दस्तावेज समय पर जमा करें, अन्यथा आगामी मतदाता सूची से उनका नाम काटा जाएगा।

इस कार्य की सफलता और प्रभावी संचालन के लिए भोपाल कलेक्टर कार्यालय में विशेष सम्मान समारोह आयोजित किया गया। नरेला विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत SIR निर्वाचन कार्य में उत्कृष्ट योगदान देने वाले बीएलओ सुपरवाइजर और शिक्षक नेता उपेन्द्र कौशल को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी, एसडीएम, तहसीलदार, वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी और बीएलओ सहित अन्य चुनाव कर्मचारियों ने भाग लिया।
भोपाल जिले में नई मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 14 फरवरी 2026 को किया जाएगा। इस प्रक्रिया में 12 से 15 दिसंबर तक सूची में सुधार आदि कार्य कर ड्राफ्ट रोल तैयार किया जाएगा। 16 दिसंबर को मतदाता सूची का प्रारूप प्रकाशित किया जाएगा। इसके बाद 16 दिसंबर से 15 जनवरी 2026 तक दावा-आपत्तियां ली जाएंगी।
16 दिसंबर 2025 से 7 फरवरी 2026 तक नोटिस चरण (जारी करना, सुनवाई और सत्यापन) पर निर्णय और दावों एवं आपत्तियों का निपटान रजिस्ट्रीकरण और सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों द्वारा एक साथ किया जाएगा। इसके बाद 10 फरवरी तक मतदाता सूची के मापदंडों की जांच कर आयोग से अंतिम प्रकाशन की अनुमति प्राप्त होगी।
इस पूरी प्रक्रिया का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि मतदाता सूची में केवल योग्य भारतीय नागरिक शामिल हों और चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे। SIR के माध्यम से मतदाता सूची को अपडेट करना और डिजिटल रूप से प्रमाणीकरण करना निर्वाचन आयोग की प्राथमिकता है।
भोपाल जिले के मतदाताओं से अनुरोध किया गया है कि वे जल्द से जल्द अपने दस्तावेज जमा करें ताकि किसी प्रकार की परेशानी न हो और वे आगामी चुनाव में मतदान कर सकें।





