भोपाल में बच्ची से बलात्कार मामले में हिन्दू उत्सव समिति ने प्रशासन को 5 दिन का अल्टीमेटम
भोपाल में बच्ची से बलात्कार मामले में हिन्दू उत्सव समिति ने प्रशासन को 5 दिन का अल्टीमेटम

भोपाल में एक बार फिर बच्ची के साथ हुई नृशंस घटना ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया है। घटना के बाद हिन्दू उत्सव समिति और संस्कृति बचाओ मंच ने प्रशासन को कड़ी चेतावनी दी है। समिति के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने कहा कि यदि 5 दिनों के भीतर आरोपी सलमान को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो हिंदू समाज सड़क पर उतरकर भोपाल बंद करने के लिए मजबूर होगा।
तिवारी ने बताया कि यह अल्टीमेटम सिर्फ चेतावनी नहीं है, बल्कि अब हिंदू समाज इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगा। उनका कहना है कि मासूम बच्ची के साथ हुए इस अपराध ने समाज के हर हिस्से को झकझोर दिया है और प्रशासन की सुस्ती से लोगों में गहरी नाराजगी है। उन्होंने कहा कि आरोपी के खिलाफ तुरंत कानूनी कार्रवाई होना चाहिए और दोषियों को कानून के अनुसार कठोर सजा मिलनी चाहिए।
हिन्दू उत्सव समिति का कहना है कि बच्ची के साथ हुए इस नृशंस अपराध ने समाज में भय और असुरक्षा की भावना पैदा कर दी है। समिति ने प्रशासन से अपील की है कि मामले की तेजी से जांच हो और आरोपी सलमान को गिरफ्तार कर कठोर सजा दिलाई जाए। चंद्रशेखर तिवारी ने कहा कि अगर पांच दिन के भीतर गिरफ्तारी नहीं होती है, तो समिति सार्वजनिक रूप से विरोध प्रदर्शन करेगी और पूरे भोपाल शहर को बंद करने की योजना है।

समिति का यह कदम नागरिकों और सामाजिक संगठनों में व्यापक चर्चा का विषय बन गया है। कई लोग प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं और मासूम बच्ची के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं। इस बीच, पुलिस ने कहा है कि मामले की जांच जारी है और आरोपी की तलाश की जा रही है। लेकिन समिति का कहना है कि जांच की धीमी प्रक्रिया और परिणामों में देरी सामाजिक असंतोष को और बढ़ा सकती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में समाज और प्रशासन के बीच तालमेल बेहद जरूरी है। अगर प्रशासन समय रहते कार्रवाई नहीं करता है, तो समाज में न केवल विरोध प्रदर्शन बढ़ सकते हैं, बल्कि आम लोगों में न्याय व्यवस्था के प्रति भरोसा भी कम हो सकता है। हिन्दू उत्सव समिति ने इस मामले में स्पष्ट किया है कि उनका लक्ष्य किसी भी कीमत पर मासूम बच्ची के साथ हुए अपराधियों को बख्शना नहीं है।
भोपाल में बच्ची से बलात्कार का यह मामला न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि बच्चों की सुरक्षा और समाज की मानसिकता पर भी गंभीर प्रभाव डालता है। हिन्दू उत्सव समिति का अल्टीमेटम प्रशासन के लिए चेतावनी है कि अब किसी भी तरह की लापरवाही या सुस्ती बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इस घटना ने यह साफ कर दिया है कि समाज अब बच्चों की सुरक्षा और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए गंभीर है। आगामी दिनों में यह मामला प्रशासन और समाज के बीच गंभीर परीक्षण का विषय बनेगा।





