वंदे भारत में सीट को लेकर विवाद: भाजपा विधायक के समर्थकों ने यात्री को पीटा, नाक में फ्रैक्चर

झांसी/भोपाल।
दिल्ली से भोपाल जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन (20172) में सीट बदलने को लेकर हुए विवाद ने बड़ा तूल पकड़ लिया है। आरोप है कि उत्तर प्रदेश के झांसी जिले की बबीना विधानसभा सीट से भाजपा विधायक राजीव सिंह के समर्थकों ने एक यात्री की सरेआम पिटाई की, जिससे उसे गंभीर चोटें आईं और उसकी नाक फ्रैक्चर हो गई।
क्या है पूरा मामला?
विधायक राजीव सिंह, उनकी पत्नी और बेटा वंदे भारत ट्रेन के E-2 कोच में सवार थे। उनके अनुसार, सीट नंबर 8 विधायक को मिली थी, जबकि पत्नी को सीट 50 और बेटे को 51 मिली। ट्रेन के यात्री राज प्रकाश, जो सीट नंबर 49 पर बैठे थे, से विधायक ने अपनी सीट 8 पर जाने का अनुरोध किया, जिसे यात्री ने अस्वीकार कर दिया।
झांसी स्टेशन पर हुआ हमला
ट्रेन जैसे ही झांसी स्टेशन पर पहुँची, 7-8 लोगों का एक दल ट्रेन में चढ़ा और राज प्रकाश को लात-घूंसों से बेरहमी से पीटा। यात्री के चेहरे, नाक और कान से खून बहने लगा। घटना के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हमलावरों को पुलिस का भी अघोषित समर्थन मिला।
यात्री बोले— “मैं डरा हुआ हूँ”
जब ट्रेन भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन पर पहुँची, तो पीड़ित यात्री राज प्रकाश से पत्रकारों ने बात करने की कोशिश की, लेकिन वह बोले, “मैं बहुत डरा हुआ हूँ। मैं पुलिस में शिकायत कर रहा हूँ।”
पूर्व मंत्री रावत ने उठाए सवाल
मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री रामनिवास रावत, जो उसी कोच में यात्रा कर रहे थे, ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर घटना को साझा करते हुए लिखा—
“वंदे भारत जैसी हाई-प्रोफाइल ट्रेन में इस तरह की घटना न सिर्फ यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि यह भय का माहौल भी बनाती है। माननीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव जी को इस पर तत्काल ध्यान देना चाहिए।”
विधायक का बचाव— “गलत व्यवहार किया यात्री ने”
घटना के बाद भाजपा विधायक राजीव सिंह ने एक वीडियो संदेश जारी कर सफाई दी—
“मेरी पत्नी की सीट पर बैठे यात्री पैर फैलाकर भोजन कर रहे थे और मैंने उन्हें सम्मानपूर्वक ठीक से बैठने का अनुरोध किया। लेकिन उन्होंने बहस की, अशोभनीय भाषा का प्रयोग किया। मैंने विवाद से बचने के लिए कोच की गैलरी में जाना उचित समझा। इसके बाद उन्होंने बाहर आकर बहस की।”
विधायक ने झांसी जीआरपी थाने में दो यात्रियों के खिलाफ NCR (गैर-संज्ञेय रिपोर्ट) दर्ज कराई है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताई भयावह स्थिति
यात्री कीर्ति नाम की महिला, जो उसी कोच में मौजूद थीं, ने बताया—
“15-20 लोग अचानक कोच में घुसे और यात्री को बुरी तरह पीटा। उनकी नाक से खून बहने लगा। कोच में बच्चे और महिलाएं भी थे, सब डर गए। यह वंदे भारत जैसी ट्रेनों की सुरक्षा पर सवाल है।”
एक अन्य यात्री ने कहा—
“जब पुलिस की मौजूदगी में मारपीट हो रही है, तब आम यात्रियों की सुरक्षा कौन सुनिश्चित करेगा?”
कांग्रेस ने की कड़ी निंदा
कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने पीड़ित यात्री का वीडियो साझा करते हुए लिखा—
“बुज़ुर्ग यात्री ने सीट एक्सचेंज करने से इनकार किया, तो भाजपा विधायक के समर्थकों ने उसे पीट दिया। क्या यही है ‘सुशासन’? उत्तर प्रदेश में क्या अब कानून नहीं, गुंडा राज चल रहा है?”
निष्कर्ष:
वंदे भारत जैसी प्रीमियम ट्रेनों में भी यदि राजनीतिक दबाव और मारपीट की घटनाएं होने लगें तो आम यात्रियों का भरोसा टूटेगा। मामले की निष्पक्ष जांच, दोषियों पर कार्रवाई और सुरक्षा उपायों की पुनर्समीक्षा जरूरी है।