क्राइमटॉप-न्यूज़
छांगुर बाबा के मुखौटे में देशद्रोह की साजिश
गैंगस्टर एक्ट के तहत 100 करोड़ की संपत्ति जब्त

Chhangur Baba: 5 साल पहले जो व्यक्ति गलियों में अंगूठियां बेचता था, वो आज अरबों की संपत्ति का मालिक निकला। उसका नाम छांगुर बाबा है… लेकिन अब देशभर में वह धर्मांतरण माफिया के मास्टरमाइंड के तौर पर जाना जा रहा है। पुलिस, ATS और ED ने उसके पूरे नेटवर्क को बेनकाब करना शुरू कर दिया है।

सरकारी जमीन पर कब्जा कर बनाई गई 40 कमरों की आलीशान कोठी कोई साधारण निर्माण नहीं था। छांगुर बाबा ने कोठी में 15 मिमी तक की सरिया और ब्रिज-कंस्ट्रक्शन ग्रेड कंक्रीट का इस्तेमाल किया। प्रशासन को 3 दिन तक 8 बुलडोजर और 6 जेसीबी लगानी पड़ीं। लागत 3 करोड़ रुपये, लेकिन बाजार मूल्य 12 करोड़ आँका गया। यह कोठी ही उसकी काली हुकूमत की सबब बन चुकी थी।
बाबा से अरबपति बनने तक का काला सफर
बलरामपुर का जमालुद्दीन, जो लोगों के बीच ‘छांगुर बाबा’ के नाम से मशहूर हुआ कुछ साल पहले तक फेरीवाला था। अंगूठियाँ बेचकर पेट पालता था, लेकिन अचानक उसकी किस्मत बदल गई। उसकी संपत्ति 100 करोड़ से ज्यादा हो गई। कैसे? इसका जवाब खुद उसकी काली करतूतें देती हैं। अवैध धर्मांतरण, विदेशी फंडिंग, भूमाफिया नेटवर्क ये सब उसकी ताकत के मजबूत पिलर बने।

स्विस बैंक से पैसा, देश विरोधी योजना
मामले में ED की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ, छांगुर बाबा के करीबी खातों में स्विस बैंक से फंड ट्रांसफर हुआ। 6 विदेशी बैंक खातों में 100 करोड़ से ज्यादा का लेन-देन मिला है। बाबा ने इस पैसे से सिर्फ संपत्ति नहीं खरीदी, बल्कि इसे भारत की डेमोग्राफिक बनावट बदलने की साजिश में लगाया। लखनऊ से लेकर पुणे तक हर राज्य एजेंसी अलर्ट पर है।
डिग्री कॉलेज से डेमोग्राफी बदलने की तैयारी
जांच में सामने आया है कि छांगुर बाबा ने बलरामपुर समेत पूर्वांचल में डिग्री कॉलेज और इस्लामिक दावा सेंटर खोलने की योजना बनाई थी। मकसद था स्थानीय युवाओं को धार्मिक विचारधारा में ढालकर संख्या में बदलाव करना। ये कोई सामान्य धर्मांतरण नहीं, बल्कि जनसंख्या और सामाजिक ताने-बाने को बहकाने वाली बड़ी साजिश थी।

प्रेम-जाल और धर्मांतरण के जाति आधारित रेट
आप जानकार हैरान हो जाओगे लेकिन ये सच है, छांगुर बाबा के नेटवर्क ने धर्मांतरण को पूरी तरह व्यवस्थित बना दिया था। ब्राह्मण या क्षत्रिय लड़कियों के लिए 15-16 लाख रुपये, पिछड़ी जाति के लिए 10-12 लाख, और अन्य के लिए 8 लाख की ‘दरें’ तय थीं। लखनऊ की गुंजा गुप्ता को एक मुस्लिम युवक ने ‘अमित’ बनकर फंसाया और बाद में उसका धर्म बदलवाकर नाम रखा गया—अलीना अंसारी। यह सिर्फ एक केस नहीं, ऐसी दर्जनों कहानियाँ फाइलों में दर्ज हैं।
महाराष्ट्र कनेक्शन और पुणे की संपत्तियाँ
ATS की जांच में पता चला कि बाबा ने पुणे की मावल तहसील में 16 करोड़ रुपये की ज़मीन खरीदी। नागपुर में भी एक सहयोगी ईदुल इस्लाम की संलिप्तता सामने आई है। महाराष्ट्र में भी धर्मांतरण नेटवर्क फैलाने की कोशिशें जारी थीं। यह नेटवर्क उत्तर प्रदेश से निकलकर दूसरे राज्यों में पैर पसार चुका था।
