गुजरात एटीएस ने पकड़ा जासूसी नेटवर्क: भारत में रहकर पाकिस्तान के लिए कर रहे थे जासूसी, दो गिरफ्तार
गुजरात एटीएस ने पकड़ा जासूसी नेटवर्क: भारत में रहकर पाकिस्तान के लिए कर रहे थे जासूसी, दो गिरफ्तार

गुजरात एटीएस ने पकड़ा जासूसी नेटवर्क: भारत में रहकर पाकिस्तान के लिए कर रहे थे जासूसी
गुजरात में एंटी-टेररिस्ट स्क्वॉड (Gujarat ATS) ने एक बड़ी जासूसी साजिश का भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जो भारत में रहकर पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहे थे। गिरफ्तार आरोपियों में एक पुरुष और एक महिला शामिल है। आरोपी गोवा और दमन से जासूसी का काम कर रहे थे।
🔹 गिरफ्तार किए गए आरोपी और उनके कनेक्शन
गोवा से गिरफ्तार आरोपी: ए.के. सिंह (A.K. Singh) नामक व्यक्ति, जो पहले भारतीय सेना में सूबेदार रह चुका है। उसकी सेना में रहकर प्राप्त जानकारी और तकनीकी अनुभव का इस्तेमाल जासूसी के लिए किया जा रहा था।
दमन से गिरफ्तार आरोपी: रश्मनी पाल (Rashmani Pal) नामक महिला, जो संवेदनशील सूचनाओं को इकट्ठा कर पाकिस्तान तक भेजने में शामिल थी।
एटीएस अधिकारियों ने बताया कि दोनों आरोपी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों से संपर्क में थे और नियमित रूप से संवेदनशील सूचनाओं का आदान-प्रदान कर रहे थे। यह जानकारी रक्षा और सुरक्षा के लिहाज से गंभीर मानी जा रही है।
🔹 जासूसी नेटवर्क का खुलासा
गुजरात एटीएस ने विस्तृत जांच और निगरानी के बाद इस जासूसी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया। प्रारंभिक जांच में पता चला कि आरोपी सैन्य और नागरिक क्षेत्रों की संवेदनशील जानकारी, टॉप-सीक्रेट डेटा और तकनीकी दस्तावेज़ इकट्ठा कर पाकिस्तान भेज रहे थे।
एटीएस अधिकारियों ने बताया कि जासूसी नेटवर्क का संचालन काफी स्मार्ट और छिपा-छिपा कर किया जा रहा था, ताकि कोई शक न करे। उन्होंने गोवा और दमन में कई स्थानों की निगरानी की और आरोपी की हर गतिविधि पर नजर रखी।
🔹 सुरक्षा और राष्ट्रीय हित के लिए कार्रवाई
गुजरात एटीएस की इस कार्रवाई को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अधिकारी कहते हैं कि इस नेटवर्क से प्राप्त जानकारी अगर पाकिस्तान को मिल जाती, तो देश की सुरक्षा और संवेदनशील क्षेत्र गंभीर खतरे में पड़ सकते थे।
एटीएस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जांच अभी जारी है और यह देखा जा रहा है कि क्या इस जासूसी नेटवर्क से जुड़ी और कोई गतिविधियाँ देश में चल रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में इस तरह के नेटवर्क को पकड़ने के लिए सख्त निगरानी और तकनीकी उपायों को और बढ़ाया जाएगा।

🔹 पुलिस और एटीएस की प्रतिक्रिया
एटीएस ने गिरफ्तारी के बाद बताया कि दोनों आरोपी अब अंदरूनी पूछताछ और तकनीकी जांच के लिए हैं। उनका फोन और अन्य डिजिटल उपकरण जब्त किए गए हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि किस तरह की संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान को भेजी जा रही थी।
एटीएस ने यह भी कहा कि आरोपी पुलिस और जांच अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं, जिससे जांच में महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। अधिकारी मानते हैं कि यह गिरफ्तारी देश में चल रहे जासूसी नेटवर्क पर बड़ा झटका है।
🔹 भविष्य की रोकथाम और चेतावनी
इस मामले ने एक बार फिर यह साबित किया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति सतर्क रहना कितना जरूरी है। एटीएस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
एटीएस ने कहा कि देशभर में इस तरह के नेटवर्क को पकड़ने के लिए सख्त निगरानी और जांच जारी रहेगी। सुरक्षा एजेंसियां हर संभव प्रयास करेंगी कि संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान जैसी दुश्मन एजेंसियों तक न पहुंचे।

