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ग्वालियर में अंबेडकर प्रतिमा विवाद गरमाया

CSP हिना खान ने लगाए जय श्री राम के नारे

Gwalior Ambedkar Statue: ग्वालियर में हाईकोर्ट परिसर में बाबासाहेब अंबेडकर की प्रतिमा स्थापना को लेकर विवाद गहरा गया है, जिसमें CSP हिना खान और बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष वकील अनिल मिश्रा के बीच तीखी नोकझोंक हुई। जब वकीलों ने उन्हें ‘सनातन विरोधी’ कहा और ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए, तो CSP हिना खान ने जवाब देते हुए कहा, ‘अगर आप नारे लगाएंगे तो मैं भी नारे लगाऊंगी’।

Gwalior Ambedkar Statue
Gwalior Ambedkar Statue

CSP हिना खान ने लगाए जय श्री राम के नारे

यह घटना तब हुई जब शहर में धारा 144 लागू होने के बावजूद वकील अनिल मिश्रा और उनके समर्थक सुंदरकांड का पाठ करने का प्रयास कर रहे थे, जिन्हें CSP हिना खान ने रोक दिया। इसी तकरार के दौरान हिना खान ने भी ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। यह पूरा विवाद अंबेडकर की प्रतिमा लगाने के पक्ष और विपक्ष में वकीलों के दो गुटों के बीच चल रहे तनाव का हिस्सा है।

दरअसल, विवाद की शुरुआत उच्च न्यायालय परिसर में अंबेडकर प्रतिमा स्थापित करने के मुद्दे से हुई। कुछ वकीलों ने इसे उचित ठहराया, जबकि कुछ विरोध में खड़े रहे। विरोध करने वाले समूह का कहना था कि, न्यायालय परिसर इस तरह की स्थापना के लिए उपयुक्त नहीं है। इस दौरान वकीलों के दो गुटों और भीम आर्मी के बीच झड़प की घटनाएं भी हुई।

Gwalior Ambedkar Statue
CSP हिना खान

पुलिस छावनी बना शहर

तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए 15 अक्टूबर को प्रशासन ने पूरे शहर को पुलिस छावनी में बदल दिया है। शहर में करीब 36 प्रमुख स्थानों पर नाकाबंदी की गई और साथ ही चौक-चौराहों पर पुलिस फोर्स और साइबर निगरानी के जरिए किसी भी तरह की हिंसक या भड़काऊ गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई का फैसला लिया गया।

अधिकारियों ने कहा कि, यह कदम बच्चों और आम नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। इसके लिए करीब 4,000 पुलिस जवान तैनात किए गए हैं। इसके साथ ही कक्षा 12वीं तक के सभी स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है, यह अवकाश आदेश कलेक्टर के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा दिया गया है।

Gwalior Ambedkar Statue
Gwalior कलेक्टर रुचिका चौहान

कलेक्टर ने दी चेतावनी

कलेक्टर रुचिका चौहान ने अपने आदेश में स्पष्ट कहा है कि, आने वाले दिनों में जिले में कई धार्मिक, सामाजिक, शासकीय और राजनीतिक आयोजन प्रस्तावित हैं। ऐसे में भीड़-भाड़ और संभावित विवादों को देखते हुए शांति व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक, व्हाट्सऐप, इंस्टाग्राम और एक्स (ट्विटर) पर किसी भी प्रकार की भड़काऊ, भ्रामक या सामाजिक सौहार्द बिगाडऩे वाली पोस्ट डालने या फॉरवर्ड करने पर भी प्रतिबंध रहेगा।

इधर, अंबेडकर प्रतिमा विवाद को लेकर ग्वालियर- चंबल क्षेत्र में राजनीतिक बयानबाज़ी भी तेज़ हो गई है। भाजपा के एससी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालसिंह आर्य ने कहा कि डॉ. अंबेडकर जैसे महापुरुष हमारी धरोहर हैं। संविधान उन्होंने भारत के लिए लिखा, किसी जाति या धर्म के लिए नहीं। लेकिन कुछ तत्व ऐसे हैं जो समाज में विभाजन पैदा कर रहे हैं। ग्वालियर शांति का शहर है, इसे शांत ही रहना चाहिए। प्रशासन फिलहाल हालात पर नजऱ रखे हुए है। पुलिस बल की तैनाती बढ़ाई गई है ताकि कोई भी असामाजिक तत्व स्थिति को भड़काने में सफल न हो सके।

Gwalior Ambedkar Statue
Gwalior Ambedkar Statue

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