HSSF: श्री देवांग कोष्टी समाज महानगर इंदौर ने हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान द्वारा 28 नवंबर से 2 दिसंबर तक लालबाग़ में आयोजित हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा मेला में अपनी सामाजिक झलकियों की प्रदर्शनी लगाई जिसमे समाज के प्रारंभिक वर्षो से वर्तमान तक के चित्र सम्मलित थे।
श्री देवांग कोष्टी समाज के मिडिया प्रभारी दिलीप वर्मा ने बताया कि, इस मेले में कई प्रकार के धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक आयोजन हुए, जिनमें “स्त्री से अहिल्याबाई होल्कर” नृत्य नाटिका प्रमुख आकर्षण का केंद्र रही। वहीँ, इसके अलावा, गुरु वंदन, मातृ-पितृ वंदन, कन्या पूजन, महिला समूह स्त्रोत पाठ, राष्ट्रीय भक्ति गीत और शिक्षाविद सम्मेलन जैसे आयोजन भी हुए।
इस मेले में इंदौर विभिन्न समाजो और हिन्दू संगठनों द्वारा अपने समाज, प्रतिष्ठान, आश्रम और संसथानो की 150 से अधिक स्टाल लगाई गई थी। जिसमे सभी ने अपने-अपने समाज का कार्य व उद्देश्य बताये। यह अद्भभुत मेला कार्यक्रम का उद्देश्य दरअसल समाज के लोगो को एक दूसरे से जुड़ने और एक दूसरे के कार्यकर्मो की झलकियां देखने के साथ ही हिन्दुत्व धर्म, संस्कृतिक संस्कार से परिचित करवाना था। जो अपने कार्य में सफल हुआ।
वहीँ, 30 नवंबर को हुए विशाल हिन्दू सम्मेलन में बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने इंदौर आकर “रग-रग हिंदू मेरा परिचय” विषय पर भाषण दिया और सभा को सम्बोधित किया। इस दौरान लालबाग परिसर में 1 लाख से ज्यादा की संख्या में लोग मौजूद थे। इस आयोजन में देवांग कोष्टी समाज के अध्यक्ष कल्याण देवांग और उनकी टीम दिलीप वर्मा, मनोहर टेमरे, कैलाश कानोड़िया, सत्यनारायण देवांग, लीलाकिशन खटके आदि ने अपनी सहभागीदारी निभाई।
ऋग्वेद के अनुसार – “मानवता की सेवा ही आत्म मोक्ष का प्रशस्त पथ है”
हिन्दू संस्कृति प्रारम्भ से ही मानवतावादी रही है, भारतीय व्यवहार में ‘परोपकार’ धर्म के रूप में स्थापित है। हिन्दू जीवन शैली का यह पक्ष विश्व पटल पर लाने एवं आध्यात्मिक सेवा संस्थाओं जैसे मठ-मंदिरों, जाति-बिरादरी एवं अन्य सेवाभावी संस्थाओं आदि की प्रेरक एवं वंदनीय मानव सेवाओं को एक मंच प्रदान करने हेतु हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा मेलों का आयोजन किया गया था।
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