✈️ इंडिगो की 70 से ज्यादा उड़ानें रद्द: क्रू की कमी और तकनीकी खामियों से 5 राज्यों में हवाई सेवाएँ प्रभावित
✈️ इंडिगो की 70 से ज्यादा उड़ानें रद्द: क्रू की कमी और तकनीकी खामियों से 5 राज्यों में हवाई सेवाएँ प्रभावित

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो एक बार फिर बड़े ऑपरेशनल संकट से जूझ रही है। बुधवार को इंडिगो ने 70 से अधिक उड़ानें रद्द कर दीं, जिससे मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और दिल्ली समेत 5 राज्यों में हवाई सेवाएँ बुरी तरह प्रभावित हुईं। कई यात्रियों को घंटों एयरपोर्ट पर इंतजार करना पड़ा, जबकि कई यात्रियों की फ्लाइट आखिरी मिनट पर कैंसिल कर दी गई।
सूत्रों के अनुसार, इस बड़े व्यवधान की मुख्य वजह चालक दल (Crew) की भारी कमी है। बुधवार सुबह से ही स्थिति बिगड़नी शुरू हो गई थी और दोपहर तक कई प्रमुख एयरपोर्टों पर इंडिगो की उड़ानें देरी से उड़ान भर रही थीं या एक के बाद एक रद्द हो रही थीं। खासकर बेंगलुरु और मुंबई एयरपोर्ट से उड़ानें सबसे ज्यादा प्रभावित रहीं।
एयरलाइन ने भी औपचारिक बयान जारी कर यह स्वीकार किया कि पिछले कुछ दिनों से उड़ानों में देरी और रद्दीकरण का दौर जारी है। प्रवक्ता ने कहा कि तकनीकी खामियों, एयरपोर्ट पर भीड़भाड़ और परिचालन संबंधी आवश्यकताओं के चलते यह स्थिति उत्पन्न हुई है। लेकिन आंतरिक सूत्रों के मुताबिक, असली वजह FDTL (Flight Duty Time Limit) के दूसरे चरण का लागू होना है, जिसके कारण क्रू की उपलब्धता पर सीधा प्रभाव पड़ा है।
सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि FDTL नियमों के नए चरण में उड़ान चालक दल की कार्य अवधि और विश्राम समय को लेकर सख्ती बढ़ा दी गई है। इससे कई क्रू मेंबर्स नियमों के चलते ड्यूटी के लिए उपलब्ध नहीं हो पाए, जिसके कारण उड़ानें समय पर संचालित नहीं हो सकीं। मंगलवार को स्थिति खराब हुई थी, लेकिन बुधवार को यह और बिगड़ गई जब कई हवाई अड्डों से निर्धारित उड़ानों को तुरंत रद्द करना पड़ा।
यात्रियों ने सोशल मीडिया पर इंडिगो की आलोचना करते हुए कहा कि एयरलाइन ने समय रहते कोई स्पष्ट सूचना नहीं दी। कई यात्रियों ने बताया कि वे एयरपोर्ट पर उपस्थित थे जब उन्हें पता चला कि उनकी उड़ान रद्द कर दी गई है। इससे व्यावसायिक यात्रियों, छात्रों और आपातकालीन यात्रा करने वालों को भारी नुकसान उठाना पड़ा।
विशेषज्ञों का कहना है कि इंडिगो जैसी बड़ी एयरलाइन के लिए क्रू की बड़ी कमी एक गंभीर परिचालन चुनौती है, जो प्रबंधन में गहरी खामियों की ओर इशारा करती है। यदि यह स्थिति लंबे समय तक जारी रहती है, तो हवाई यात्रा की विश्वसनीयता पर इसका गहरा असर पड़ सकता है।
सरकार की ओर से इस मामले पर अभी कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन नागरिक उड्डयन मंत्रालय स्थिति पर नज़र बनाए हुए है। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे अपनी यात्रा से पहले उड़ान की स्थिति को एयरलाइन की वेबसाइट या ऐप पर चेक करें ताकि अंतिम समय की दिक्कतों से बचा जा सके।
इंडिगो अब इस संकट के समाधान के लिए क्रू मैनेजमेंट, तकनीकी सुधार और ऑपरेशनल प्लानिंग पर तेजी से काम कर रही है। लेकिन इस घटना ने एक बार फिर देश की हवाई सेवाओं की कमजोरियों को उजागर कर दिया है।





