इंदौर ने 8वीं बार जीता स्वच्छ लीग अवॉर्ड
इंदौर में जश्न का माहौल महापौर के हाथों लौटी स्वच्छता की ट्रॉफी

Indore Cleanest City: देश की स्वच्छता में एक बार फिर मध्यप्रदेश ने अपना दबदबा बनाए रखा। स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में इंदौर ने एक बार फिर स्वच्छ लीग अवॉर्ड जीतकर अपनी बादशाहत कायम रखी है तो भोपाल ने बड़ी छलांग लगाते हुए देशभर में दूसरा स्थान हासिल किया है। उज्जैन, बुदनी, ग्वालियर और जबलपुर सहित राज्य के कई शहरों को भी सम्मान मिला है।

राष्ट्रपति ने दिया अवार्ड
नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने यह अवार्ड इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव और निगमायुक्त शिवम् वर्मा को सौंपा। वहीँ, राजधानी भोपाल की महापौर मालती राय और नगर निगम आयुक्त हरेंद्र नारायण को भी महामहिम ने अवार्ड दिया। इस उपलब्धि पर भोपाल नगर निगम कार्यालय में जश्न मनाया गया। निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने सफाई कर्मचारियों को माला पहनाकर और मिठाई खिलाकर आभार जताया।

उज्जैन को 3 से 10 लाख की जनसंख्या श्रेणी में और बुदनी को 20 हजार से कम की श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ शहर का अवॉर्ड मिला। जबलपुर ने पांचवां और ग्वालियर ने 14वां स्थान पाया, साथ ही ग्वालियर को “प्रॉमिसिंग सिटी” का स्टेट अवॉर्ड भी दिया गया। इस साल प्रदेश के 203 शहरों को स्टार रेटिंग प्रमाणीकरण मिला, जो पिछले साल की तुलना में 12% अधिक है। भोपाल, इंदौर और जबलपुर को 7 स्टार, देवास, रीवा, सतना को 5 स्टार, और बाकी शहरों को क्रमश: 3 और 1 स्टार रेटिंग दी गई।

इंदौर में स्वच्छता की ट्रॉफी पर जश्न का माहौल
इंदौर एयरपोर्ट पर आज सुबह का नज़ारा बेहद खास और ऐतिहासिक था। जैसे ही महापौर पुष्यमित्र भार्गव एयरपोर्ट पर स्वच्छता की ट्रॉफी के साथ पहुंचे, वहां मौजूद लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। इंदौरवासियों ने दिल खोलकर अपने प्रिय शहर के इस गौरव को सलामी दी। फूल-मालाएं पहनाई गईं, मिठाइयाँ बांटी गईं, और आतिशबाजी के साथ स्वागत किया गया।

यह कोई साधारण जीत नहीं है — इंदौर ने लगातार 8वीं बार देश में स्वच्छता में पहला स्थान हासिल कर इतिहास रच दिया है। यह शहर अब सिर्फ नंबर वन नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा का प्रतीक बन गया है। महापौर के साथ इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने के लिए नगर निगम कमिश्नर शिवम वर्मा (IAS), अपर आयुक्त, स्वच्छ भारत मिशन टीम के सदस्य और अन्य अधिकारी भी एयरपोर्ट पर मौजूद रहे।

स्वच्छता ट्रॉफी को विशेष रूप से सजे हुए रथ में रखकर एयरपोर्ट से शहर के हृदय—राजवाड़ा तक भव्य यात्रा निकाली जा रही है। यह सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि उन लाखों इंदौरवासियों के परिश्रम, संकल्प और सामूहिक भागीदारी का प्रतीक है, जिन्होंने शहर को स्वच्छता की असली राजधानी बना दिया।