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इंदौर: एक करोड़ से अधिक का टैक्स बकाया, खालसा कॉलेज को नगर निगम ने किया सील

इंदौर: एक करोड़ से अधिक का टैक्स बकाया, खालसा कॉलेज को नगर निगम ने किया सील

इंदौर। नगर निगम ने शहर में टैक्स बकाया न चुकाने वाले बड़े बकायादारों के खिलाफ कड़ा कदम उठाना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में आज नगर निगम ने खालसा कॉलेज को सील कर दिया। कॉलेज लंबे समय से नगर निगम का टैक्स जमा नहीं कर रहा था और लगातार नोटिस देने के बावजूद राशि नहीं भरी गई। कुल बकाया राशि एक करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है।

नगर निगम के कमिश्नर दिलीप कुमार यादव के निर्देश पर निगम की टीम कॉलेज परिसर पहुंची और पूरे कॉलेज को सील कर दिया। अधिकारीयों का कहना है कि यह कार्रवाई स्पॉट एक्शन के रूप में की गई है ताकि शहर के अन्य बकायादारों को भी चेतावनी मिल सके।

कॉलेज की टैक्स बकाया राशि लंबे समय से बढ़ती जा रही थी। नगर निगम ने कई नोटिस और चेतावनी पत्र भेजे, लेकिन कॉलेज प्रशासन ने इसे नजरअंदाज किया। इसके बाद निगम ने यह कड़ा कदम उठाया। अधिकारीयों ने बताया कि यह कार्रवाई नगर निगम की पारदर्शी और कड़े रवैये की मिसाल है।

नगर निगम के सूत्रों के अनुसार, खालसा कॉलेज शहर के प्रमुख और प्रतिष्ठित कॉलेजों में से एक है। इसके बावजूद टैक्स जमा नहीं करना और नोटिसों की अनदेखी करना निगम के लिए स्वीकार्य नहीं था। इसलिए तत्काल प्रभाव से परिसर को सील किया गया।

नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि परिसर में मौजूद कर्मचारियों और प्रशासन को इस कार्रवाई की सूचना पहले ही दी गई थी। इसके साथ ही, कॉलेज प्रशासन को भी बताया गया कि बकाया राशि जमा होने के बाद ही कॉलेज को पुनः खोलने की अनुमति दी जाएगी।

विशेषज्ञों का मानना है कि नगर निगम की यह कार्रवाई शहर में टैक्स कलेक्शन और वित्तीय अनुशासन को सुदृढ़ करने की दिशा में एक अहम कदम है। बकायादारों के खिलाफ सख्ती दिखाकर निगम यह संदेश देना चाहता है कि नियमों की अनदेखी अब स्वीकार्य नहीं होगी।

नगर निगम ने कहा कि शहर में अन्य बकायादारों के लिए भी यह एक चेतावनी है। यदि समय पर टैक्स जमा नहीं किया गया, तो निगम ऐसे ही कड़े कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगा।

इस कार्रवाई से छात्रों और कॉलेज स्टाफ में थोड़ी चिंता का माहौल देखा गया, लेकिन नगर निगम ने आश्वस्त किया कि इस कदम का उद्देश्य केवल टैक्स वसूली और नियमों का पालन सुनिश्चित करना है।

खालसा कॉलेज मामले से यह भी स्पष्ट होता है कि इंदौर नगर निगम अब वित्तीय अनुशासन और सार्वजनिक धन की सुरक्षा के मामले में कोई ढील नहीं देने वाला है। अधिकारियों का कहना है कि भविष्य में भी ऐसे बकायादारों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।

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