वृंदावन के कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा शर्मा की वैदिक शादी: देखें पहली तस्वीरें, 3 घंटे तक चलीं मुख्य रस्में
वृंदावन के कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा शर्मा की वैदिक शादी: देखें पहली तस्वीरें, 3 घंटे तक चलीं मुख्य रस्में

जयपुर: राजस्थान की गुलाबी नगरी जयपुर ने शुक्रवार को एक भव्य और यादगार समारोह का गवाह बना। वृंदावन के प्रसिद्ध कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय ने हरियाणा की शिप्रा शर्मा के साथ सात फेरे लिए। वैदिक रीति-रिवाज के अनुसार संपन्न इस शादी की मुख्य रस्में करीब 3 घंटे तक चलीं। इस पावन अवसर पर 101 पंडितों ने वैदिक मंत्रों के साथ दोनों का मंगलकामना किया।
शादी स्थल ताज आमेर होटल को भव्य सजावट और रोशनी से सजाया गया था। समारोह में उपस्थित लोगों ने पारंपरिक उत्तर भारतीय अंदाज में स्वागत किया। समारोह की भव्यता और पवित्रता दोनों ही झलक रही थीं। शादी में धार्मिक और सांस्कृतिक हस्तियों के साथ-साथ बॉलीवुड सेलेब्रिटीज ने भी शिरकत की। प्रमुख अतिथियों में धीरेंद्र शास्त्री, कुमार विश्वास और अन्य साधु-संत शामिल थे।
मुख्य रस्में और वैदिक परंपरा:
शादी के दौरान वैदिक रीति-रिवाज का पूर्ण पालन किया गया। अग्नि के फेरे, वरमाला और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों को सावधानीपूर्वक संपन्न किया गया। विवाह मंडप तिरुपति बालाजी मंदिर की शैली पर डिजाइन किया गया था। मंडप की सजावट में फूलों और दीपों का विशेष संयोजन किया गया, जिससे पूरे समारोह में भक्ति और आध्यात्मिक वातावरण बना रहा।
अग्नि के फेरे के दौरान देवी चित्रलेखा, भागवत प्रभु और कई साधु-संत उपस्थित रहे। वरमाला के समय दूल्हा-दुल्हन की मुस्कान और सहजता ने समारोह के माहौल को और भी खुशनुमा बना दिया। इंद्रेश उपाध्याय की विनम्रता और सहज स्वभाव ने समारोह में उपस्थित सभी लोगों का दिल मोह लिया।
सांस्कृतिक विविधता और परंपरा:
शादी में उत्तर भारत की सांस्कृतिक विविधता भी साफ झलक रही थी। वृंदावन की भक्ति-रस भरी परंपरा और राजस्थान-हरियाणा की चमक-दमक ने पूरे आयोजन को खास बना दिया। दोनों परिवारों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर शुभकामनाओं का आदान-प्रदान किया। हल्दी, संगीत और भजन संध्या ने माहौल को और जीवंत बनाया।

परिवार और रिश्तेदारों की भागीदारी:
शिप्रा शर्मा अपने परिवार के साथ विवाह स्थल पर पहुंचीं और उनकी सादगी तथा मुस्कान ने सभी का मन मोह लिया। इंद्रेश उपाध्याय के परिवार और रिश्तेदार भी मौजूद थे। समारोह के दौरान सभी ने दूल्हा-दुल्हन को आशीर्वाद दिया और इस पावन अवसर को यादगार बनाया।
सोशल मीडिया और प्रतिक्रिया:
शादी की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। भक्तों और कथा-श्रोताओं ने इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा शर्मा को ढेरों शुभकामनाएं दीं। कई लोगों ने लिखा कि विवाह जीवन के लिए ईश्वर से मंगलकामनाएं मांगने का अवसर होता है और इस शादी में यह भावना पूरी तरह झलक रही है।
तैयारी और सुरक्षा:
शादी से पहले सुरक्षा और आयोजन की तैयारियों पर विशेष ध्यान दिया गया। होटल और मार्ग की सजावट के साथ-साथ सुरक्षा की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की गई। समारोह में संगीत, ढोलक और अन्य पारंपरिक वाद्ययंत्रों ने माहौल को जीवंत बनाए रखा।
समारोह की विशेष बातें:
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वैदिक रीति-रिवाज के तहत 3 घंटे तक चली मुख्य रस्में
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101 पंडितों ने मंत्रोच्चारण किया
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मंडप तिरुपति बालाजी मंदिर की शैली में सजाया गया
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प्रमुख अतिथियों में धीरेंद्र शास्त्री, कुमार विश्वास, देवी चित्रलेखा और भागवत प्रभु
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उत्तर भारत की सांस्कृतिक विविधता और भक्ति का सुंदर मिश्रण
इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा शर्मा की यह शादी न केवल दोनों परिवारों के लिए, बल्कि उनके भक्तों और शुभचिंतकों के लिए भी यादगार बन गई। विवाह की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं और लोगों ने दोनों को जीवन के लिए मंगलकामनाएं दी हैं।





