ज्ञानटॉप-न्यूज़

1500 रुपये में iPhone 17 Pro Max? यह सच नहीं, एक बड़ा स्कैम!

1500 रुपये में iPhone 17 Pro Max? यह सच नहीं, एक बड़ा स्कैम!

क्या सच में iPhone 17 Pro Max सिर्फ ₹1,500 में मिल रहा है?
नहीं — यह एक पुरानी और खतरनाक स्कैम है जिसे सोशल मीडिया पर कई बार दोहराया गया है। iPhone 17 Pro Max की वास्तविक कीमत कहीं नज़दीकी भी नहीं है।

असली कीमत क्या है?

तो 1500 में ये कैसे सामने आया?

  • कवर / एक्सेसरी स्कैम: बहुत सारी रिपोर्टें ये बताती हैं कि वायरल पोस्ट में असल में सिर्फ एक बैक कवर या शैली बदलने वाला एक्सेसरी पैक बेचा जा रहा है, जो नाम में “17 Pro Max” जैसा दिखता है, लेकिन असली फोन नहीं होता।

  • बंडल स्कीम: कुछ यूजर्स बताते हैं कि स्कैमर्स “बहुत कम रुपये में iPhone” जैसी बात कहकर लोग को लुभाते हैं, लेकिन पीछे सुरक्षा, पैकेजिंग या एक्सचेंज के हिसाब से कुछ और ही मिलता है।

  • फर्जी ऑफर या जुगाड़: Instagram रील्स पर लोग दिखा रहे हैं कि सिर्फ 200–400 रुपये खर्च करके पुराने iPhone में “नया 17 Pro Max जैसा लुक” पाने के लिए डिजाइन कवर लगाते हैं।

क्या यह खरीदना सुरक्षित है?
अगर कोई आपको 1,500 रुपये में नया iPhone 17 Pro Max दे रहा है — बहुत सावधान रहें। यह हाई-रिस्क स्कैम है:

  • हो सकता है कि आपको असली फोन न मिले, बल्कि सिर्फ एक्सेसरी ब्लाफ हो।

  • आपके पैसे जाने की संभावना बहुत अधिक है।

  • गारंटी या वारंटी शायद न मिले क्योंकि यह ऑफर आधिकारिक स्टोर से नहीं है।

वास्तव में iPhone 17 Pro Max कैसे खरीदें?

  • भरोसेमंद और अधिकृत रिटेलर्स (जैसे ऐप्पल स्टोर, Croma आदि) से ही खरीदें।

  • EMI, बैंक ऑफर या ट्रेंड‑इन स्कीम का इस्तेमाल करें, लेकिन हमेशा असली कीमत और शर्तों को ध्यान से जांचें।

  • बहुत ज़मीनी कीमत वाले ऑफर्स से सावधान रहें — अगर डील “बहुत ही अच्छी लग रही हो”, तो वो स्कैम हो सकती है।

MORE NEWS>>>बांग्लादेशी घुसपैठिए या हिंदू शरणार्थी? पश्चिम बंगाल के 10 जिलों में लाखों वोटरों का सच SIR में सामने

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close
मेना फोन पर ट्रंप का निमंत्रण को ठुकरा दिया राजा, राज सोनम और वो के बीच उलझी हत्याकांड की कहानी BJP नेता के CNG पंप पर पैसों को लेकर विवाद बढ़ा। ईरान से भारतीयों को रेस्क्यू करने के ऑपरेशन को सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंधु’ नाम दिया है।