फोटो खींचने के बहाने धक्का देकर पति को खाई में गिराया – ‘ऑपरेशन हनीमून’ से खुली साजिश की परतें

मेघालय:
पति राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पत्नी सोनम रघुवंशी ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर एक खौफनाक साजिश रची थी। इस हत्या को इतने शातिर तरीके से अंजाम दिया गया कि किसी को शक न हो। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि सोनम ने पति के साथ हनीमून पर मेघालय के शिलॉन्ग जाकर उसे मौत के घाट उतार दिया।
🔍 हत्या की साजिश की रोंगटे खड़े कर देने वाली कहानी:
सोनम ने राजा को फोटो खींचने के बहाने एक सुनसान पहाड़ी क्षेत्र में ले जाकर तीन कॉन्ट्रैक्ट किलर्स के साथ मिलकर उसकी हत्या करवा दी। पीछे से हमला कर राजा को गंभीर चोटें दी गईं, जब वह घायल अवस्था में जमीन पर पड़ा था, तब सोनम ने चिल्लाकर कहा – “इसे मार डालो!”
बयान के मुताबिक, जब आरोपी राजा को खाई में फेंकने की कोशिश कर रहे थे, तब वह अब भी सांस ले रहा था। सोनम ने खुद धक्का देकर राजा को खाई में फेंक दिया। यह पूरी साजिश राज कुशवाहा के इशारों पर चली, जो इंदौर में बैठकर पूरी गतिविधियों की निगरानी कर रहा था।
🧩 ऑपरेशन हनीमून – जांच से खुली परतें:
राजा की हत्या के बाद सोनम 25 मई को इंदौर आई और प्रेमी राज के साथ एक किराए के घर में रुकी। इसके बाद वह वाराणसी होते हुए गाजीपुर पहुंची। जांच में सामने आया कि हत्या से एक दिन पहले सोनम ने अपनी सास को फोन कर व्रत की बात भी बताई थी।
हत्या के बाद पुलिस को शंका हुई और ‘ऑपरेशन हनीमून’ नाम से एक विशेष जांच दल गठित किया गया। 9 जून को हत्या के 18वें दिन सोनम सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर मामला सुलझा लिया गया।
💔 प्रेम प्रसंग और 20 लाख की सुपारी:
सोनम और राज कुशवाहा के बीच 4-5 महीने से प्रेम प्रसंग चल रहा था। सोनम अपने पिता की बीमारी और सामाजिक दबाव के कारण लव मैरिज नहीं कर पाई थी। उसने पहले ही योजना बना ली थी कि शादी के बाद पति की हत्या कर प्रेमी के साथ जीवन बिताएगी।
राजा की हत्या के लिए सोनम ने 20 लाख रुपये देने का वादा किया था, और 15,000 रुपये की नकद राशि भी पहले दी थी – जो राजा के ही बैग से निकाली गई थी।
⚖️ मेघालय सरकार ने जताई नाराज़गी:
मेघालय सरकार ने घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। मंत्री एलेक्जेंडर लालू हेके ने कहा कि दोनों परिवारों को राज्य और उसकी छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए, अन्यथा कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
घटना का क्रम: पटना, कोलकाता, गुवाहाटी होते हुए शिलॉन्ग पहुँची पुलिस
2 जून को मेघालय के शिलॉन्ग में राजा रघुवंशी का शव मिलने के बाद पुलिस ने हर एंगल से जांच शुरू कर दी थी। 5 जून के बाद पुलिस को इस हत्या कांड में राजा की पत्नी सोनम की संलिप्तता के संकेत मिले। इसके बाद शिलॉन्ग के एसपी विवेक सैयम ने 25 अफसरों की एक विशेष टीम बनाकर इस केस की जांच शुरू की। इस पूरी कार्यवाही को ‘ऑपरेशन हनीमून’ नाम दिया गया।
18 दिन की लगातार जांच के बाद, 9 जून को पुलिस ने सोनम समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्या का खुलासा कर दिया।
सोशल मीडिया पोस्ट बना सुराग
राजा की हत्या के कुछ घंटे बाद, सोनम के इंस्टाग्राम अकाउंट से एक पोस्ट सामने आई – ‘सात जनमों का साथ है’। यह पोस्ट पुलिस के लिए बड़ा सुराग बन गई क्योंकि सवाल उठा कि राजा की मौत के बाद सोशल मीडिया पर यह पोस्ट कैसे की गई?
इसके अलावा, सोनम की मेघालय यात्रा से जुड़ी कोई भी तस्वीर उसने सोशल मीडिया पर साझा नहीं की थी, जिससे पुलिस को संदेह और गहरा हो गया।
हत्या की साजिश और सबूत
शिलॉन्ग पुलिस को एक CCTV फुटेज मिला जिसमें सोनम तीन युवकों के साथ घटना स्थल से करीब 10 किलोमीटर दूर देखी गई। पुलिस ने माना कि ये युवक हत्या में शामिल थे। पुलिस टीमों ने हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियारों की तलाश खाई में जाकर की।
मेघालय के SIT प्रमुख हरबर्ट पिनयायद खरकोंगोर ने कहा कि “हमारी टीम ने अलग-अलग क्षेत्रों से पुख्ता सबूत इकट्ठा किए हैं, जिससे यह स्पष्ट है कि यह एक सोची-समझी साजिश थी। सोनम इसमें मुख्य साजिशकर्ता है।”
माँ का दर्द: “मेरा बेटा धोखे का शिकार हुआ”
राजा रघुवंशी की माँ ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मेरा बेटा एक बहुत बड़ा धोखा झेल गया। हम आरोपियों को फांसी की सजा की मांग करते हैं।”
वहीं, सोनम की माँ ने कहा, “अगर मेरी बेटी दोषी है, तो उसे सजा मिलनी ही चाहिए। जो खुलासे हो रहे हैं, वो बहुत चौंकाने वाले हैं।”
आरोपी राज कुशवाहा की माँ को पुलिस ने मिलने की इजाजत नहीं दी, जिसके बाद वह मंदिर में दर्शन कर चली गईं।
गिरफ्तारी और पूछताछ का क्रम
सोनम को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से गिरफ्तार कर पटना लाया गया, फिर फुलवारी शरीफ थाने में रखा गया। यहां वह छह घंटे रही, चुपचाप कुर्सी पर सिर झुकाकर बैठी रही, और कोई भी चीज़ नहीं खाई।
मेघालय पुलिस की टीम सुबह 6:15 बजे पहुंची थी, और 11:35 बजे सोनम को लेकर पटना एयरपोर्ट रवाना हो गई। शाम 4 बजे की फ्लाइट (IndiGo 6E775) से उसे कोलकाता, फिर गुवाहाटी होते हुए शिलॉन्ग ले जाया गया।
स्थानीय गाइड ने आरोपी की पहचान की
मेघालय के मावठ्यालंग क्षेत्र के एक गाइड एल्बर्ट पीडी ने सोनम के साथ आए तीन संदिग्धों में से एक की पहचान की है। उन्होंने बताया कि राजा और सोनम के साथ तीन अन्य लोगों को उन्होंने उसी दिन देखा था जिस दिन ये लापता हुए थे। उन्होंने कहा, “हमें खुशी है कि अपराधी अब सलाखों के पीछे हैं और निर्दोष लोग बेदाग साबित हुए हैं।”
जनता का समर्थन और विरोध
राजा की याद में सोहरा के स्थानीय लोगों ने कैंडल मार्च निकाला और कहा, “सोहरा के लोग पर्यटकों के साथ हैं, अपराधियों के साथ नहीं।”
राजा की हत्या के बाद सीबीआई जांच की मांग भी उठने लगी थी, लेकिन मेघालय सरकार ने इस पर जल्दीबाजी नहीं दिखाई।