टॉप-न्यूज़विदेश

पाकिस्तान-तालिबान संघर्ष फिर भड़का: चमन बॉर्डर पर देर रात ताबड़तोड़ गोलीबारी से बढ़ा तनाव

पाकिस्तान-तालिबान संघर्ष फिर भड़का: चमन बॉर्डर पर देर रात ताबड़तोड़ गोलीबारी से बढ़ा तनाव

पाकिस्तान और तालिबान के बीच बढ़ता तनाव एक बार फिर हिंसक रूप ले चुका है। दोनों पक्षों के बीच पिछले कुछ वर्षों से संबंध लगातार बिगड़ते जा रहे थे, लेकिन शुक्रवार देर रात हालात ने एक बार फिर युद्ध जैसे स्वरूप ले लिया। पाकिस्तान-तालिबान संघर्ष अब सीमित झड़पों से आगे बढ़कर खुली गोलीबारी में बदल गया है, जिसके बाद सीमा क्षेत्र में दहशत फैल गई है।

पाकिस्तान और अफगानिस्तान के रिश्ते पहले से ही गहरे अविश्वास से भरे रहे हैं। तालिबान के अफगानिस्तान में सत्ता में आने के बाद पाकिस्तान को उम्मीद थी कि सीमा मुद्दों, आतंकवाद और व्यापारिक विवादों में कुछ स्थिरता आएगी, लेकिन हालात उलटे और अधिक खराब होते गए। पिछले कुछ महीनों में दोनों पक्षों के बीच कई बार गोलीबारी, सीमा बंदी और सैनिक तैनाती जैसे विवाद पैदा हुए।

तनाव कम करने की कोशिश में तुर्की और सऊदी अरब की मध्यस्थता में दोनों देशों के बीच कई दौर की बातचीत हुई। इन वार्ताओं से उम्मीद थी कि चमन–स्पिन बोल्डक जैसे संवेदनशील इलाकों में शांति बहाल होगी, परन्तु ये कोशिशें भी बेअसर साबित हुईं। बातचीत में न तो सीमा विवाद सुलझ सका और न ही सुरक्षा मुद्दों पर कोई ठोस निर्णय हो पाया।

चमन बॉर्डर फिर बना युद्ध का मैदान

शुक्रवार की देर रात पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के चमन क्षेत्र और अफगानिस्तान के कंधार प्रांत के स्पिन बोल्डक इलाके में अचानक भारी गोलीबारी शुरू हो गई। दोनों पक्षों ने न सिर्फ राइफल बल्कि भारी हथियारों का भी उपयोग किया, जिससे कई घंटों तक सीमा इलाका गोलियों की आवाज़ से गूंजता रहा।

चमन बॉर्डर काफी संवेदनशील इलाका माना जाता है। यह न सिर्फ दोनों देशों के बीच व्यापार का प्रमुख मार्ग है, बल्कि कई बार तस्करी, सीमा उल्लंघन और आतंकी गतिविधियों का केंद्र भी बन जाता है। इसी वजह से दोनों पक्ष अक्सर सुरक्षा के नाम पर सेना की भारी तैनाती रखते हैं।

घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक गोलीबारी की शुरुआत किस पक्ष ने पहले की, यह अभी स्पष्ट नहीं है। पाकिस्तान का आरोप है कि अफगान सुरक्षा बलों और तालिबान लड़ाकों ने उनकी चौकियों पर फायरिंग की, जिसके बाद पाकिस्तानी सेना ने जवाबी कार्रवाई की। वहीं, तालिबान अपने बयान में दावा कर रहा है कि पाकिस्तानी रेंजर्स ने पहले अकारण हमला किया।

स्थानीय लोगों में दहशत और सीमा बंद

गोलियों की लगातार आवाज़ों से सीमा के दोनों ओर रहने वाले लोग दहशत में घरों से बाहर नहीं निकल पाए। कुछ वीडियो सामने आए हैं जिनमें लोग बच्चों और परिवारों के साथ सुरक्षित स्थानों की ओर भागते दिखे। प्रशासन ने एहतियातन चमन बॉर्डर क्रॉसिंग को तत्काल बंद कर दिया है, जिससे व्यापारिक गतिविधियां पूरी तरह ठप हो गई हैं।

तनाव का असर और भविष्य की चुनौती

यह संघर्ष आने वाले दिनों में हालात को और जटिल बना सकता है। पाकिस्तान पहले ही अपनी पश्चिमी सीमाओं पर चरमपंथियों की गतिविधियों से परेशान है। वहीं तालिबान अपनी सत्ता को चुनौती देने वाले कई समूहों से जूझ रहा है।

यदि यह संघर्ष जल्द नहीं रुका, तो क्षेत्रीय शांति पर इसका बड़ा असर पड़ सकता है।

MORE NEWS>>>IND vs SA: गंभीर की कोचिंग में वनडे में भी गिरता प्रदर्शन, आज जुड़ सकता है एक और कलंक?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close