श्रेयस अय्यर की अनदेखी पर सौरव गांगुली का बयान

पूर्व भारतीय कप्तान और बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली ने इंग्लैंड दौरे के लिए श्रेयस अय्यर को टेस्ट टीम में शामिल न किए जाने पर नाराज़गी जताई है। गांगुली का मानना है कि अय्यर पिछले एक साल से शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं और ऐसे में उन्हें इंग्लैंड जैसे महत्वपूर्ण दौरे के लिए मौका मिलना चाहिए था।
“श्रेयस ने साबित किया है कि वो टेस्ट टीम के हकदार हैं” – गांगुली
गांगुली ने एक इंटरव्यू में साफ तौर पर कहा कि श्रेयस अय्यर का हालिया प्रदर्शन बहुत ही प्रभावशाली रहा है। उन्होंने कहा:
“अय्यर पिछले एक साल से लगातार बेहतरीन खेल दिखा रहे हैं। वह जिम्मेदारी से बल्लेबाजी कर रहे हैं, शॉर्ट बॉल्स को अच्छे से खेल रहे हैं और दबाव में रन बना रहे हैं। टेस्ट क्रिकेट भले ही अलग प्रारूप है, लेकिन मैं उन्हें इंग्लैंड सीरीज में देखना चाहता था। वह टीम में होने के योग्य हैं।”
रणजी और IPL में शानदार फॉर्म
श्रेयस अय्यर ने घरेलू क्रिकेट और आईपीएल दोनों में अपने बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया है।
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रणजी ट्रॉफी 2024-25 में उन्होंने मुंबई के लिए खेलते हुए 7 पारियों में 480 रन बनाए, जिसमें 2 शतक शामिल थे और औसत 68.57 रहा।
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आईपीएल 2025 में अय्यर ने पंजाब किंग्स की कप्तानी करते हुए टीम को फाइनल तक पहुंचाया।
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इस सीजन उन्होंने 17 मैचों में 604 रन बनाए, जिसमें 6 अर्धशतक शामिल थे। यह फॉर्म किसी भी चयनकर्ता को प्रभावित करने के लिए पर्याप्त था, लेकिन इसके बावजूद उन्हें टेस्ट टीम में जगह नहीं मिली।
टेस्ट में भी दिखा चुके हैं दम
श्रेयस अय्यर ने भारत के लिए अब तक 14 टेस्ट मैचों में 811 रन बनाए हैं, जिसमें 1 शतक और 5 अर्धशतक शामिल हैं। उन्होंने आखिरी बार इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में भाग लिया था। इसके बाद उन्हें लगातार टीम से बाहर रखा गया है, जिसकी वजह से गांगुली जैसे अनुभवी क्रिकेटरों को भी यह चयन नीति खटक रही है।
बुमराह की फिटनेस भी है अहम
गांगुली ने इस मौके पर जसप्रीत बुमराह की भूमिका पर भी बात की। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड की पिचों पर बुमराह का फिट रहना भारत के लिए बेहद जरूरी है।
“हमें सिर्फ दो चीजों की जरूरत है — मजबूत बल्लेबाजी लाइनअप और जसप्रीत बुमराह का फिट रहना। अगर ये दो चीजें हमारे पास हैं, तो हम कहीं भी जीत सकते हैं, जैसा हमने मेलबर्न (2020-21) में किया था।”
निष्कर्ष
सौरव गांगुली की यह टिप्पणी बताती है कि श्रेयस अय्यर जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी को नजरअंदाज करना भारतीय क्रिकेट के लिए नुकसानदायक हो सकता है। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मंच पर उन्होंने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है, और भविष्य में उन्हें टेस्ट टीम में एक स्थायी स्थान मिलना चाहिए।