BJP State President: मध्य प्रदेश की राजनीति में इस समय प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। भारतीय जनता पार्टी के वर्तमान अध्यक्ष वीडी शर्मा के कार्यकाल के बाद प्रदेश अध्यक्ष के लिए कई नेताओं के नाम चल रहे हैं।
हालांकि, इंदौर को अभी तक प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी नहीं मिली है, जबकि प्रदेश में इंदौर के नेताओं की ताकत और प्रभाव को नकारा नहीं जा सकता। 44 साल से इंदौर का कोई भी नेता इस पद तक नहीं पहुंच सका, बावजूद इसके कि इंदौर में कई सक्षम और अनुभवी नेता हैं, जैसे कैलाश विजयवर्गीय, रमेश मेंदोला, महेंद्र हार्डिया, मालिनी गोड़, और अन्य। इस स्थिति से पार्टी संगठन के शीर्ष नेता निरंतर इंदौर के नेताओं को नजरअंदाज करते आ रहे हैं।
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भाजपा ने 18 जिलाध्यक्षों के नाम किए घोषित
भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार को मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों के जिला अध्यक्षों के नामों की घोषणा की। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा द्वारा पैनल के आधार पर नामों की सूची तैयार की गई। जिसके बाद अब प्रदेशभर के जिलों के अध्यक्षों के नाम की घोषणा की जा रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच रायशुमारी में सहमति न बनने के कारण पहले यह प्रक्रिया समय पर पूरी नहीं हो सकी थी, लेकिन अब यह सिलसिला तेज हो गया है और शीघ्र सभी 62 जिलों के अध्यक्षों की सूची जारी की जाएगी।
कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष पद की अलग कहानी
इंदौर में कांग्रेस पार्टी के लिए एक अलग कहानी रही है। कांग्रेस ने इंदौर को 20 साल बाद प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी है। राधाकिशन मालवीय 1998 से 2003 तक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहे, और फिर 2023 में जीतू पटवारी को यह जिम्मेदारी मिली। पटवारी ने कमलनाथ के स्थान पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का पद संभाला, हालांकि उनका कार्यकाल भी पार्टी में कोई खास सुधार नहीं ला पाया है।
प्रदेश अध्यक्षों की सूची
भा.ज.पा. और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों में प्रदेश अध्यक्ष पद पर बदलाव के दौरान इंदौर के नेताओं की स्थिति चर्चा का विषय रही है। इस समय, भा.ज.पा. में नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए नामों की चर्चा है, और कांग्रेस में जीतू पटवारी का कार्यकाल जारी है। दोनों ही पार्टियों में प्रदेश अध्यक्ष का पद महत्वपूर्ण माना जाता है, जिससे प्रदेश की राजनीति में इन पदों की अहमियत बढ़ जाती है।
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