क्राइममध्यप्रदेश

इंदौर में आत्महत्या की दो दर्दनाक घटनाएं: घरेलू विवाद और मानसिक तनाव बने कारण, दोनों की इलाज के दौरान मौत

इंदौर शहर में आत्महत्या की घटनाएं चिंताजनक रूप से बढ़ती जा रही हैं। ताजा मामलों में दो अलग-अलग स्थानों पर दो लोगों ने जहरीले पदार्थ का सेवन कर आत्महत्या कर ली। एक मामला द्वारकापुरी थाना क्षेत्र का है, जहां एक महिला ने पारिवारिक विवाद के चलते यह कदम उठाया, वहीं दूसरा मामला मल्हारगंज थाना क्षेत्र का है, जहां एक युवक ने मानसिक तनाव के कारण अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। दोनों ही मामलों में इलाज के दौरान पीड़ितों की मौत हो गई। पुलिस ने दोनों घटनाओं की जांच शुरू कर दी है और सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए आगे की कार्रवाई कर रही है।

घरेलू विवाद में महिला ने की आत्महत्या

द्वारकापुरी पुलिस के अनुसार, 35 वर्षीय सोनू पत्नी लालू ने अपने घर में जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। घटना के समय उनके पति घर पर नहीं थे। जब सोनू की तबीयत बिगड़ने लगी तो पड़ोसियों ने उसे तुरंत महावीर अस्पताल पहुंचाया। प्राथमिक जांच में डॉक्टरों ने पुष्टि की कि उसने जहरीला पदार्थ खाया है। बाद में उसे जिला अस्पताल और फिर एमवाय अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

पुलिस के अनुसार, घटना के कुछ समय पहले सोनू की अपनी बड़ी बेटी से किसी बात को लेकर कहासुनी हुई थी, जिससे वह मानसिक रूप से काफी परेशान हो गई थीं। यह विवाद उनके पार्लर से लौटने के बाद हुआ था। घटना के समय सोनू के पति रिश्तेदार के घर, मकसी में थे। जैसे ही उन्हें घटना की सूचना मिली, वे तुरंत लौटे लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।

मशीन ऑपरेटर ने मानसिक तनाव में ली जान

दूसरी घटना मल्हारगंज थाना क्षेत्र की है, जहां 30 वर्षीय धर्मेंद्र यादव ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। धर्मेंद्र पेशे से एक बोरिंग मशीन ऑपरेटर थे और घटना के समय वे घर पर अकेले थे। जब उनके परिवार के लोगों को इसकी जानकारी मिली तो उनके भाई गगनदीप ने उन्हें तुरंत एमवाय अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान देर रात उनकी भी मृत्यु हो गई।

परिवार के अनुसार, धर्मेंद्र पिछले कुछ समय से मानसिक तनाव से गुजर रहे थे। हालांकि उन्होंने कभी खुलकर इस बारे में किसी से बात नहीं की थी। आत्महत्या के पीछे का वास्तविक कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन पुलिस इसे मानसिक तनाव का नतीजा मान रही है।

पुलिस कर रही है गहन जांच

पुलिस ने दोनों आत्महत्या के मामलों में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि घटना की गंभीरता को देखते हुए सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। द्वारकापुरी की घटना में घरेलू कलह को आत्महत्या का कारण माना जा रहा है, वहीं मल्हारगंज मामले में मानसिक तनाव को मुख्य कारण समझा जा रहा है।

मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसी घटनाएं इस बात का संकेत देती हैं कि समाज में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता और समर्थन की भारी कमी है। पारिवारिक झगड़े, अकेलापन और आर्थिक दबाव जैसे मुद्दे आज आत्महत्या के मुख्य कारण बनते जा रहे हैं। समाज और प्रशासन दोनों को इस दिशा में मिलकर प्रयास करना होगा।

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