IND vs SA: विराट कोहली ने तोड़ी चुप्पी—क्या टेस्ट में वापसी होगी? शतक के बाद खुद दिया बड़ा अपडेट
IND vs SA: विराट कोहली ने तोड़ी चुप्पी—क्या टेस्ट में वापसी होगी? शतक के बाद खुद दिया बड़ा अपडेट

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारतीय क्रिकेट टीम को हाल ही में समाप्त हुई टेस्ट सीरीज में 0-2 की करारी हार झेलनी पड़ी। इस निराशाजनक नतीजे के बाद क्रिकेट जगत में एक ही सवाल गूंज रहा था—क्या विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट में वापसी करेंगे? रांची में खेले गए वनडे मैच में कोहली के धुआंधार शतक ने इस चर्चा को और अधिक प्रमुख बना दिया। क्रिकेट फैंस और एक्सपर्ट्स का मानना था कि यह फॉर्म कोहली की टेस्ट वापसी की दिशा में संकेत हो सकता है। लेकिन मैच के बाद विराट कोहली ने खुद इन अटकलों का अंत कर दिया।
कोहली ने साफ किया—टेस्ट क्रिकेट में वापसी नहीं
रांची वनडे में शानदार 113 रन की पारी खेलने के बाद जब प्रेजेंटेशन समारोह में कोहली से यह सीधा सवाल पूछा गया कि क्या उनका भविष्य अब केवल वनडे क्रिकेट तक सीमित रहेगा, तो कोहली ने बिना किसी झिझक के जवाब दिया,
“हां, और हमेशा ऐसा ही रहेगा। मैं अब सिर्फ एक ही फॉर्मेट में खेल रहा हूं, उससे आगे कुछ नहीं।”
इस बयान के साथ ही कोहली ने यह साफ कर दिया कि टेस्ट क्रिकेट में उनकी वापसी की कोई योजना नहीं है। उनके इस स्पष्ट उत्तर ने भारतीय फैंस के बीच मिश्रित प्रतिक्रियाएं पैदा कर दी हैं। कई क्रिकेट प्रेमियों ने इसे एक बड़े युग का अंत बताया, जबकि कुछ ने कोहली के फैसले का सम्मान करते हुए कहा कि उनका फोकस अब फिटनेस और वनडे प्रदर्शन पर होना चाहिए।
टेस्ट से दूरी क्यों? कोहली के फैसले के पीछे संभावित कारण
विराट कोहली पिछले एक वर्ष से टेस्ट फॉर्मेट से दूर हैं। चर्चाओं के अनुसार, उम्र, वर्कलोड मैनेजमेंट और निरंतर प्रदर्शन बनाए रखने की चुनौती उनके इस निर्णय में भूमिका निभा रहे हैं।
वनडे फॉर्मेट में कोहली ने अपना प्रभुत्व बरकरार रखा है और 2025 में भी वह भारत के सबसे भरोसेमंद बैट्समैन बने हुए हैं।
कोहली के करीबी सूत्रों के मुताबिक, वनडे फॉर्मेट पर फोकस रखने का फैसला उनके करियर की लंबी अवधि और फिटनेस को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। क्रिकेट विश्लेषकों का मानना है कि कोहली अब अधिक रणनीतिक भूमिका में दिख रहे हैं और युवा खिलाड़ियों के लिए अवसर खोल रहे हैं।
टीम इंडिया पर इसका असर?
कोहली के इस आधिकारिक बयान ने चयनकर्ताओं और टीम मैनेजमेंट को भी स्पष्ट स्थिति प्रदान कर दी है। टेस्ट टीम में अब दीर्घकालिक योजनाओं के हिसाब से युवाओं को तैयार किया जाएगा।
इसके अलावा, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मिली हार के बाद टीम इंडिया एक ट्रांज़िशन ज़ोन में दिखाई दे रही है, जहाँ नए खिलाड़ियों को बड़े मंच पर उतरने का मौका मिलेगा।
कोहली का वनडे फोकस—भारत को मिलेगा फायदा
कोहली की वनडे फॉर्म पिछले वर्ष से लगातार शानदार रही है। उनका अनुभव और स्थिरता भारत की बैटिंग लाइन-अप की रीढ़ मानी जाती है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रांची में लगाया गया शतक इसका ताज़ा प्रमाण है।
वनडे वर्ल्ड कप 2027 की दिशा में कोहली का यह निर्णय टीम के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।




