टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद के चीफ डेविड बार्निया ने वॉर कैबिनेट के मंत्रियों को होस्टेज डील के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि – “होस्टेज डील के पहले चरण में 35 महिलाओं, बीमार, घायल और बुजुर्ग बंधकों की रिहाई शामिल होगी। इसके बदले 35 दिनों के लिए जंग रोकी जाएगी।
दूसरे फेज में आदमियों और हमास जिन लोगों को सैनिक कह रहा है उनकी रिहाई होगी। इसके लिए अन्य 7 दिनों के लिए जंग रोकने की योजना है। इधर, करीब 4 महीने से जारी जंग में गाजा के 27 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। इसमें 10 हजार से ज्यादा शामिल बच्चे हैं और इजराइल के 1200 लोग मारे गए थे।
नेतन्याहू बोले – सुरक्षा को खतरे में डालना मंजूर नहीं
इजराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने बंधकों के परिजनों से कहा है कि – “उन्हें देश की सुरक्षा को खतरे में डालने वाला कोई सौदा मंजूर नहीं है।” दरअसल, 7 अक्टूबर को हुए हमले में हमास के आतंकी कई लोगों को बंधक बनाकर गाजा ले गए थे। इन्हें आजाद करने के लिए इजराइल और हमास के बीच बातचीत का दावा किया जा रहा है।
नेतन्याहू ने कहा बंधकों के परिजनों से कहा – “अगर बंधकों की रिहाई को लेकर होने वाले किसी भी समझौते से इजराइल की सुरक्षा को खतरा होगा तो मैं उस समझौते के लिए सहमति नहीं दूंगा। हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि बंधकों को वापस लाया जाए।”
पहले 6 हफ्ते के सीजफायर की खबर –
अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि – “इजराइल और हमास के बीच सीजफायर और होस्टेज डील का ऐलान जल्द ही किया जा सकता है।”
रिपोर्ट के मुताबिक – डील पर यह बातचीत पेरिस में पिछले दिनों हुई। इसमें तय हुआ कि, इजराइल 6 हफ्ते के लिए सीजफायर करेगा। इस दौरान गाजा में किसी तरह का मिलिट्री ऑपरेशन नहीं किया जाएगा। इजराइल और हमास दोनों ही सिविलियन्स को रिहा करेंगे।