तीसरे विश्व युद्ध की तरफ जा रही दुनिया! पुतिन की चेतावनी

नई दिल्ली।
दुनिया इस वक्त राजनीतिक, सैन्य और परमाणु तनावों के जिस दौर से गुजर रही है, उसमें यह सवाल तेज़ी से उठ रहा है – क्या मानव सभ्यता तीसरे विश्व युद्ध की ओर बढ़ रही है? इस सवाल का जबाव खुद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम (SPIEF) के दौरान दिया, तो उनके जवाब ने वैश्विक चिंता और गहरा दी।
पुतिन ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि “दुनिया में संघर्ष की संभावनाएं लगातार बढ़ रही हैं और यह हमें सीधे प्रभावित कर रही हैं। इसलिए हां, मैं चिंतित हूं कि दुनिया तीसरे विश्व युद्ध की ओर बढ़ रही है।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह केवल एक अनुमान नहीं बल्कि एक गंभीर चेतावनी है।
ईरान-इजरायल संघर्ष और परमाणु खतरा
राष्ट्रपति पुतिन ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि रूस के वैज्ञानिक ईरान में दो नए परमाणु रिएक्टर केंद्र बना रहे हैं और ऐसे में इन क्षेत्रों के आसपास के तनाव उन्हें “बहुत चिंतित” कर रहे हैं।
“यह बहुत परेशान करने वाला है। मैं मजाक नहीं कर रहा, यह वास्तविक खतरा है। हमें इन घटनाओं पर बेहद सावधानीपूर्वक नजर रखनी होगी।”
पुतिन ने कहा कि रूस न तो मध्यस्थ बनना चाहता है और न ही किसी पक्ष का समर्थन कर रहा है। लेकिन उन्होंने इजरायल और ईरान दोनों के सामने विचार प्रस्तावित किए हैं ताकि तनाव को बढ़ने से रोका जा सके।
यूक्रेन युद्ध पर पुतिन का नजरिया
यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध को लेकर भी पुतिन ने कई अहम बातें कहीं। उन्होंने कहा:
“मैं रूसी और यूक्रेनी लोगों को एक ही मानता हूं। यूक्रेन, ऐतिहासिक रूप से, हमारा ही हिस्सा रहा है। हमने कभी भी यूक्रेन की संप्रभुता को नहीं नकारा, लेकिन 1991 के समझौते के अनुसार उसे गुटनिरपेक्ष और तटस्थ राष्ट्र रहना था। यही हमारे संघर्ष की मूल बात है।”
पुतिन के अनुसार, पश्चिमी देशों द्वारा यूक्रेन को नाटो और अन्य सैन्य गठबंधनों की ओर झुकाव देने की कोशिशें इस पूरे संघर्ष की जड़ हैं।

तीसरे विश्व युद्ध का संकेत या समाधान की राह?
पुतिन ने कहा कि इस तरह के तनाव और युद्ध सिर्फ बातचीत और कूटनीति से ही सुलझाए जा सकते हैं, लेकिन वर्तमान वैश्विक नेतृत्व उस दिशा में ईमानदारी से प्रयास नहीं कर रहा।
उन्होंने यह भी कहा कि अगर ये टकराव बढ़ते रहे तो दुनिया को “अप्रत्याशित और विनाशकारी परिणामों” का सामना करना पड़ सकता है।
निष्कर्ष:
रूसी राष्ट्रपति पुतिन के ताज़ा बयान से साफ है कि दुनिया एक नाज़ुक मोड़ पर खड़ी है। यूक्रेन युद्ध, ईरान-इजरायल संघर्ष, और बढ़ती परमाणु सक्रियता जैसे मसले मानवता को तीसरे विश्व युद्ध की ओर धकेल सकते हैं।
हालांकि, पुतिन के शब्दों में एक चेतावनी के साथ-साथ समाधान का संकेत भी है – सावधानी, संवाद और समझदारी। सवाल यही है कि क्या वैश्विक नेता समय रहते इस चेतावनी को गंभीरता से लेंगे?