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यूपी के बलरामपुर में बस में लगी भीषण आग, 3 जिंदा जले; 24 झुलसे, 6 की हालत गंभीर

यूपी के बलरामपुर में बस में लगी भीषण आग, 3 जिंदा जले; 24 झुलसे, 6 की हालत गंभीर

बलरामपुर बस हादसा: ट्रक की टक्कर के बाद बस में भीषण आग, कई यात्री झुलसे

उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में एक भयानक सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक बस में आग लगने से 3 लोगों की जिंदा जलने की खबर है और 24 यात्री गंभीर रूप से झुलस गए। यह हादसा सुनौली-दिल्ली मार्ग पर नेपाल बॉर्डर के पास हुआ।

हादसा तब हुआ जब बस की टक्कर एक ट्रक से हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि बस सड़क पर घिसटती हुई 100 मीटर दूर हाईटेंशन लाइन वाले बिजली के खंभे से टकरा गई। इस टक्कर के बाद खंभा टूटकर बस पर गिर गया और बस में बिजली का करंट उतर गया। इसके साथ ही बस में अचानक आग लग गई।

बस में कुल 45 यात्री सवार थे, जिनमें अधिकांश नेपाल के रहने वाले थे। हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कई यात्री बस का शीशा तोड़कर कूदकर अपनी जान बचाने में सफल हुए। इसके बावजूद, आग ने तीन लोगों को अपनी चपेट में ले लिया और वे जिंदा जल गए।

हादसे में 24 यात्री गंभीर रूप से झुलस गए हैं। स्थानीय अस्पतालों में उन्हें तुरंत भर्ती कराया गया है, जिनमें 6 की हालत अत्यंत गंभीर बताई जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि झुलसे हुए यात्रियों की प्राथमिक देखभाल की जा रही है और उन्हें आवश्यकतानुसार अन्य बड़े अस्पतालों में स्थानांतरित किया जाएगा।


बस चालक और कंडक्टर की तलाश

हादसे के बाद बस के चालक और कंडक्टर का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। प्रशासन ने पूरे इलाके में बचाव कार्य तेज कर दिया है और घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस और अग्निशमन विभाग मौके पर मौजूद हैं और बस में लगी आग को काबू में करने का कार्य जारी है।


स्थानीय प्रशासन की कार्रवाई

बलरामपुर जिला प्रशासन ने तुरंत घटना स्थल पर आपात स्थिति घोषित कर दी। दुर्घटना की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस ने ट्रक चालक की तलाश शुरू कर दी है और मामले की हर पहलू से पड़ताल की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि हादसे के पीछे की वजह ट्रक और बस की आपसी टक्कर के साथ-साथ हाईटेंशन लाइन से होने वाली करंट की समस्या भी प्रमुख कारण मानी जा रही है।

स्थानीय लोग और राहगीर भी बचाव कार्य में मदद कर रहे हैं। प्रशासन ने हाईवे को सुरक्षित करने और यातायात को नियंत्रित करने के लिए वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की सलाह दी है।


यात्रियों और परिवार की प्रतिक्रिया

हादसे के बाद यात्रियों और उनके परिवारों में खौफ का माहौल है। मृतक यात्रियों के परिजन मौके पर पहुंचे और अधिकारियों से उनके शवों के सुरक्षित निष्पादन की मांग की। अस्पताल में इलाजरत झुलसे हुए यात्रियों के परिजन भी लगातार सूचना प्राप्त करने की कोशिश में लगे हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे हादसों में प्राथमिक कारण अक्सर वाहन की गति, सड़क की हालत और सड़क सुरक्षा मानकों की अनदेखी होती है। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए यात्रियों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।

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