इंदौर के महाराजा यशवंतराव (एमवाय) हॉस्पिटल में डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ के बीच मारपीट की घटना ने तनाव का माहौल बना दिया है। यह घटना ऑर्थो ओटी में बीती रात हुई, जहां डॉक्टर प्रवीण मिश्रा और डॉक्टर हेमंत ने नर्सिंग ऑफिसर सुनील मेवाड़ के साथ हाथापाई की। इस अप्रिय घटना के बाद नर्सिंग एसोसिएशन ने विरोध प्रदर्शन किया और अस्पताल प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की।
विरोधस्वरूप, नर्सिंग स्टाफ ने ऑपरेशन थिएटर (ओटी) में काम बंद कर दिया और अस्पताल परिसर में नारेबाजी की। नर्सेज एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने इस घटना को बेहद निंदनीय बताया और कहा कि डॉक्टरों द्वारा नर्सिंग ऑफिसर्स पर इस तरह का हमला पूरी तरह से अस्वीकार्य है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो उन्हें मजबूरन ओटी का काम पूरी तरह से बंद करना पड़ेगा। इसके अलावा, जरूरत पड़ने पर महात्मा गांधी मेडिकल (एमजीएम) कॉलेज के नर्सिंग ऑफिसर्स भी काम बंद कर देंगे।
इस घटना के बाद नर्सिंग स्टाफ में डर और असुरक्षा की भावना पैदा हो गई है। उन्होंने सुरक्षा की मांग की है और अस्पताल के अधीक्षक से दोषियों पर कार्रवाई करने की अपील की है।
घटना की सूचना मिलते ही थाना संयोगितागंज के टीआई सतीश पटेल पुलिस स्टाफ के साथ एमवाय हॉस्पिटल पहुंचे। अस्पताल प्रशासन ने तुरंत स्थिति को नियंत्रित करने के लिए डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ के बीच अधीक्षक के कक्ष में बैठक बुलाई, जो लगभग एक घंटे तक चली। बैठक में मामले को सुलझाने के प्रयास किए गए, लेकिन नर्सिंग एसोसिएशन ने स्पष्ट रूप से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग जारी रखी।
यह घटना इंदौर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में स्वास्थ्य सेवा कर्मचारियों के बीच तनाव को उजागर करती है, जिससे मरीजों की देखभाल भी प्रभावित हो सकती है। सभी की नजरें अब इस मामले में प्रशासनिक कार्रवाई पर टिकी हैं।