साउथ अमेरिकी देश चिली के जंगलों में लगी आग अब रिहायशी इलाकों में फैल गई है। जिसमे अब तक 112 लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग लापता हैं। वहीँ, मौत का आंकड़ा बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, सबसे पहले वीना डेल मार और वलपरिसो शहर के जंगलों में लगी आग लगातार फैल रही है। हजारों घर जल गए हैं। आग में अपना घर खो चुके एक शख्स ने कहा कि – “आग फैलने से हालात न्यूक्लियर बम फटने जैसे हो गए हैं। यहां कुछ नहीं बचा है। आसमान से राख बरस रही है। मेरा घर भी खाक हो गया और दोस्तों की मौत हो गई है।”
सड़कों पर बिखरे शव –
AFP न्यूज के मुताबिक, लोग कारों में बैठकर यहां से भागने की कोशिश कर रहे हैं। कई जलते हुए पेड़ सड़कों पर गिरे हुए हैं। इस वजह से ट्रैफिक जाम हो रहा है। ऐसी स्थिति में कई कारें जल गईं और उनमें सवार लोगों की मौत हो गई। कई शव तो सड़कों पर बिखरे हुए हैं। इन पर चादर बिछाई गई है। लोगों का कहना है कि, “वो जहां भी जा रहे हैं, उन्हें वहां शव बिखरे दिख रहे हैं।”
40 डिग्री सेलसियस पहुंचा तापमान –
धधकते जंगलों के चलते तापमान 40 डिग्री सेलसियस पहुंच गया है। लगातार गर्म हवाएं चल रही हैं और ऐसे में लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। ये आग कब लगी फ़िलहाल इसकी जानकारी नहीं है। गर्म हवाओं की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कतें आ रही हैं। चिली के गृह मंत्री का कहना है कि, “तापमान में गिरावट और ह्यूमिडिटी हो जाए तो बचाव कर्मियों को थोड़ी मदद मिल जाएगी और हालात को आसानी से काबू किया जा सकेगा।”
मदद के लिए सेना बुलाई गई –
हालत बेकाबू होता देख प्रशासन ने मदद के लिए सेना को बुलाया है। फायर फाइटर्स के साथ सेना भी हालात को काबू करने में जुटी हुई है। सेना के हेलिकॉप्टर आसमान से पानी फेंक रहे हैं जिससे आग को बुझाया जा सके। वहीँ, गंभीर हालत को देखते हुए राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक ने देश में आपातकाल की घोषणा कर दी है और 2 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा भी की गई है।