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सोशल मीडिया बन रहा रिश्तों का दुश्मन, इंदौर में 40 दिन में 150 से अधिक शादियाँ टूटी

सोशल मीडिया बन रहा रिश्तों का दुश्मन, इंदौर में 40 दिन में 150 से अधिक शादियाँ टूटी

इंदौर में बीते 40 दिनों में 150 से अधिक शादियाँ ऐन वक्त पर टूट गई हैं। विशेषज्ञों और वेडिंग प्लानर्स का कहना है कि इसके पीछे सबसे बड़ी वजह सोशल मीडिया है। पुराने पोस्ट, लाइक, कमेंट, इमोजी और फ्रेंड लिस्ट को लेकर लड़के-लड़की पक्ष के बीच मतभेद पैदा हो रहे हैं, जो रिश्तों को पहले ही संकट में डाल रहे हैं।

शादी से जुड़े पेशेवरों के अनुसार, सोशल मीडिया ने रिश्तों में एक नया तरह का तनाव पैदा कर दिया है। कई बार पुराने रिश्तों की जानकारी या तस्वीरें सामने आने से लड़के-लड़कियों के बीच भरोसा कम होने लगता है। इसी कारण, शादियाँ मंडप पर पहुँचने से पहले ही टूट जा रही हैं।

इंदौर में हाल ही में हुए आंकड़ों के अनुसार, पिछले 40 दिनों में लगभग 3 हज़ार शादियाँ हुईं, जिनमें से 150 से अधिक शादियाँ अंतिम समय में टूट गईं। यह दरअसल लगभग 5 प्रतिशत शादियों का आंकड़ा है, जो कि अत्यंत चिंताजनक माना जा रहा है।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे इंस्टाग्राम, फेसबुक और ट्विटर पर किए गए पुराने पोस्ट और कमेंट्स भी विवाद का कारण बन रहे हैं। कई बार लड़के-लड़कियों के पुराने रिश्ते या उनके सोशल मीडिया पर किए गए इंटरैक्शन सामने आते हैं और रिश्तों में विश्वास की कमी पैदा करते हैं।

इसके अलावा, शादियों के टूटने में लड़के-लड़की पक्ष के पारिवारिक और व्यवहारिक कारण भी शामिल हैं। कई बार सामाजिक अपेक्षाएँ, पारिवारिक दबाव और पेशेवर मतभेद भी ऐसे मामलों में शामिल होते हैं। लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं कि डिजिटल दुनिया और सोशल मीडिया की भूमिका आज रिश्तों में सबसे बड़ा फैक्टर बन चुकी है।

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की उपकप्तान स्मृति मंधाना और पलाश मुछाल की शादी टूटने के मामले के बाद यह मुद्दा और ज्यादा चर्चा में आया है। विशेषज्ञों का कहना है कि सोशल मीडिया के बढ़ते क्रेज़ के कारण रिश्तों में पारदर्शिता और भरोसे की कमी होती जा रही है।

विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि शादियों से पहले सोशल मीडिया पर स्पष्ट संवाद और पारदर्शिता होना चाहिए। दोनों पक्षों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी पुराना पोस्ट, कमेंट या तस्वीर भविष्य में किसी विवाद का कारण न बने।

सोशल मीडिया ने जहाँ लोगों को जोड़ने का काम किया है, वहीं यह रिश्तों में दरार का कारण भी बन सकता है। इंदौर के हालिया आंकड़े इस बात का प्रमाण हैं कि डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का दुरुपयोग रिश्तों को संकट में डाल सकता है।

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