MP News: राजगढ़ में राज्यमंत्री गौतम टेटवाल का एक बयान सुर्खियों में है। जब वह मंच से भाषण दे रहे थे, तो उन्होंने अजान की आवाज सुनते ही अपना भाषण रोक दिया और खड़े हो गए। इसके बाद उन्होंने मंच से “ला इलाहा इल्लल्लाह मुहमदुर रसूलुल्लाह” (कलमा) पढ़ा। मंत्रीजी के लिए ये अब एक विवाद का कारण भी बन गया है।
गौतम टेटवाल ने मंच पर अपनी बात रखते हुए कहा कि सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने इस मौके पर अपने भाषण के दौरान सांप्रदायिक सद्भावना और एकता की अपील की। उनका मानना था कि समाज में भाईचारे और शांति के लिए यह जरूरी है कि हम एक दूसरे के धर्मों और आस्थाओं का सम्मान करें। उनका यह संदेश शांति और सौहार्द को बढ़ावा देने की दिशा में था।
मंत्री गौतम टेटवाल के इस बयान का विरोध संस्कृति बचाओ संगठन के अध्यक्ष चंद्र शेखर तिवारी ने किया है। तिवारी ने इस बयान को गलत ठहराया और कहा कि यह किसी विशेष धर्म को बढ़ावा देने की कोशिश हो सकती है। उन्होंने इसे राजनेतिक दृष्टिकोण से किया गया कदम बताया, जो सांप्रदायिक सौहार्द को प्रभावित कर सकता है। तिवारी का यह कहना था कि राजनीतिक लाभ के लिए इस तरह की बयानबाजी ठीक नहीं है।
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