CM नीतीश कुमार ने बिहार के विकास में पीएम मोदी को दिया श्रेय, विधानसभा में जताई नमन की अपील
CM नीतीश कुमार ने बिहार के विकास में पीएम मोदी को दिया श्रेय, विधानसभा में जताई नमन की अपील

🔹 CM नीतीश कुमार ने बिहार के विकास में पीएम मोदी को श्रेय दिया, विधायकों से किया नमन का आह्वान
पटना, बिहार — बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के विकास में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वपूर्ण भूमिका को लेकर एक दिलचस्प अपील की। मुख्यमंत्री ने सदन में सभी विधायकों से हाथ उठाकर पीएम मोदी को नमन करने का आग्रह किया।
सत्र की शुरुआत में नीतीश कुमार ने नए विधायकों का स्वागत और बधाई दी। इसके बाद उन्होंने राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा करते हुए कहा, “बिहार के विकास में प्रधानमंत्री मोदी का योगदान सराहनीय है। सब लोग हाथ उठाकर उन्हें नमन करें।”
हालांकि, आरजेडी के कुछ विधायकों ने इस अपील पर हाथ नहीं उठाया। इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने सीधे सवाल किया, “आप लोग क्यों नहीं उठा रहे हैं? आप भी कीजिए।” इस टिप्पणी ने सदन में हल्की हलचल पैदा कर दी, लेकिन नीतीश कुमार ने अपने आग्रह में जोर देकर कहा कि विकास के कामों में सहयोग करना ही सबसे महत्वपूर्ण है।
🔹 आरजेडी को चेतावनी, विकास में सहयोग का संदेश
अपने भाषण के दौरान नीतीश कुमार ने आरजेडी के विधायकों की ओर इशारा करते हुए कहा, “हमने आपको दो बार मौका दिया। विकास के लिए आपके साथ गए, लेकिन आप लोग गड़बड़‑झाला करने लगे। अब हमने आपके साथ काम करना बंद कर दिया। आगे हम सिर्फ उनके साथ रहेंगे।”
मुख्यमंत्री का यह बयान स्पष्ट संकेत है कि बिहार में विकास के कार्यों में सहयोग और प्रतिबद्धता को वे सर्वोच्च प्राथमिकता मानते हैं। उनका मानना है कि राजनीतिक मतभेद के बावजूद भी विकास कार्यों को रोकने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए।
🔹 बिहार के विकास में पीएम मोदी की भूमिका
नीतीश कुमार ने सदन में विस्तार से बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बिहार में कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास हुए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से राज्य में सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार हुआ है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि विकास का लाभ सभी नागरिकों तक पहुँचाना सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने सदन के सभी सदस्यों से आग्रह किया कि वे व्यक्तिगत या राजनीतिक मतभेद को अलग रखते हुए राज्य के विकास में योगदान दें।





