Donald Trump: वॉशिंगटन डीसी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शपथ लेने के बाद पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन के 78 फैसलों को तत्काल प्रभाव से पलट दिया, जिसमें अवैध प्रवासियों को बाहर निकालने, WHO और पेरिस जलवायु समझौते से बाहर निकलने के आदेश शामिल हैं। उनका नया आदेश अमेरिकी संविधान के 14वें संशोधन को चुनौती देता है, जिससे अमेरिका में जन्म लेने वाले बच्चों को जन्मजात नागरिकता से वंचित किया जा सकता है।
इधर, अमेरिका में 18,000 भारतीय नागरिकों को वापस भेजने का आदेश दिया गया है। इन लोगों के पास नागरिकता प्राप्त करने के लिए आवश्यक दस्तावेज नहीं हैं। ट्रम्प प्रशासन इस कार्रवाई में भारत सरकार के साथ सहयोग कर रहा है, ताकि अवैध प्रवासियों की पहचान कर उन्हें वापस भेजा जा सके। भारत को इस मुद्दे का असर H-1B और स्टूडेंट वीजा पर नहीं चाहिए।
क्या AI के जरिए दुनिया का मालिक बनेगा अमेरिका ?
डोनाल्ड ट्रंप ने जैसे ही अमेरिका की सत्ता संभाली, उन्होंने एक ऐसा धमाकेदार एलान किया है, जो पूरी दुनिया को हिला सकता है। ट्रंप अब अमेरिका को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस AI का किंग बनाने का सपना देख रहे हैं और इसके लिए उन्होंने 500 बिलियन डॉलर के ‘स्टारगेट’ प्रोजेक्ट की शुरुआत की है। इस प्रोजेक्ट के तहत वो ओपनएआई, ओरेकल और जापान की सॉफ्टबैंक जैसी कंपनियों के साथ मिलकर अमेरिका में AI की दुनिया का सबसे बड़ा इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करेंगे।
स्टारगेट प्रोजेक्ट की शुरुआत
अब सोचिए, ट्रंप का ये कदम अमेरिका के लिए कितना बड़ा हो सकता है? उनका प्लान है कि AI के लिए बुनियादी ढांचा तैयार किया जाए, जिसमें विशाल डेटा सेंटर बनेंगे। ट्रंप का कहना है कि, यह सब अगले कुछ सालों में दुनिया के तकनीकी भविष्य को बदल देगा। पर क्या ये सिर्फ अमेरिका के लिए होगा या फिर पूरी दुनिया में इसका असर पड़ेगा ?
राष्ट्रपति ट्रंप के इस कदम से ना सिर्फ अमेरिका की ताकत बढ़ सकती है, बल्कि AI के जरिए वो पूरी दुनिया में अपना दबदबा बना सकते हैं। ओपनएआई और सॉफ्टबैंक जैसी दिग्गज कंपनियां जब मिलकर काम करेंगी तो सोचिए, अगली पीढ़ी की AI टेक्नोलॉजी कैसी होगी। लेकिन यहाँ सवाल ये उठता है कि, क्या ये सब अमेरिका के हक में होगा या फिर बाकी दुनिया को भी इससे कुछ फायदा होगा ? क्या ट्रंप का ये कदम अमेरिका के AI प्रभुत्व को मजबूत करेगा और बाकी देशों के लिए खतरे का कारण बनेगा ?
राष्ट्रपति ट्रंप का बयान
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक इंटरव्यू में कहा कि, अगर रूस के राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन पर बातचीत नहीं करते हैं तो अमेरिका रूस पर और सख्त प्रतिबंध लगाएगा। ट्रंप ने यह बयान यूक्रेन संघर्ष को लेकर रूस की स्थिति पर चर्चा करते हुए दिया।
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